Edited By Rohini Oberoi,Updated: 26 Aug, 2025 10:49 AM

केंद्र सरकार ने देश के लाखों रेहड़ी-पटरी वालों की सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। सरकार ने 50 लाख से ज्यादा पीएम स्वनिधि योजना के लाभार्थियों को अटल पेंशन योजना (APY) से जोड़ने का लक्ष्य रखा है। पेंशन निधि विनियामक एवं...
नेशनल डेस्क। केंद्र सरकार ने देश के लाखों रेहड़ी-पटरी वालों की सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। सरकार ने 50 लाख से ज्यादा पीएम स्वनिधि योजना के लाभार्थियों को अटल पेंशन योजना (APY) से जोड़ने का लक्ष्य रखा है। पेंशन निधि विनियामक एवं विकास प्राधिकरण (PFRDA) के चेयरमैन एस. रमन ने इसकी जानकारी दी।
पीएम स्वनिधि योजना: एक सफलता की कहानी
सरकार ने रेहड़ी-पटरी वालों को आर्थिक मदद देने के लिए 1 जून 2020 को पीएम स्वनिधि योजना शुरू की थी। इस योजना के तहत बिना किसी गारंटी के 50,000 रुपये तक का लोन मिलता है।
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पहला चरण: 10,000 रुपये का लोन दिया जाता है।
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दूसरा चरण: इसे चुकाने पर 20,000 रुपये का दूसरा लोन मिलता है।
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तीसरा चरण: इसे चुकाने पर 50,000 रुपये का तीसरा लोन मिलता है।
रमन ने बताया कि इस योजना ने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया है। पहले चरण का लोन लेने वाले 82% लोगों ने समय पर कर्ज चुकाया है और उनमें से 80% को अगली किस्त के लिए संपर्क किया गया है।
अटल पेंशन योजना (APY) से मिलेगा लाभ
अटल पेंशन योजना एक सामाजिक सुरक्षा योजना है, जो विशेष रूप से गरीबों और असंगठित क्षेत्र के मजदूरों के लिए शुरू की गई थी। इस योजना में 18 से 40 साल के लोग शामिल हो सकते हैं और 60 साल की उम्र के बाद ₹1,000 से ₹5,000 तक की मासिक पेंशन पा सकते हैं।
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गारंटीड पेंशन: योजना में योगदान के आधार पर ₹1,000 से ₹5,000 तक की गारंटीड पेंशन मिलती है।
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परिवार को सुरक्षा: ग्राहक की मृत्यु के बाद पेंशन उसके जीवनसाथी को मिलती है।
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महिला भागीदारी: पिछले साल इस योजना में जुड़ने वाले 1.17 करोड़ से ज्यादा अंशधारकों में से लगभग 55% महिलाएं थीं।
रमन ने कहा कि यह कदम पीएम स्वनिधि योजना के लाभार्थियों को दीर्घकालिक वित्तीय सुरक्षा देगा और देश में वित्तीय समावेशन को और मजबूत करेगा।