Edited By Punjab Kesari,Updated: 07 Feb, 2018 06:45 PM
मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने बुधवार को कहा कि प्लास्टिक उद्योग को नई गति देने के लिए अहमदाबाद जिले के साणंद में राज्य का दूसरा प्लास्टिक पार्क स्थापित किया जाएगा। इससे पहले भरुच के दहेज में इस तरह का प्लास्टिक पार्क सरकार ने स्थापित किया है। रूपाणी ने...
नेशनल डेस्क: मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने बुधवार को कहा कि प्लास्टिक उद्योग को नई गति देने के लिए अहमदाबाद जिले के साणंद में राज्य का दूसरा प्लास्टिक पार्क स्थापित किया जाएगा। इससे पहले भरुच के दहेज में इस तरह का प्लास्टिक पार्क सरकार ने स्थापित किया है। रूपाणी ने गांधीनगर में आयोजित पांच दिवसीय प्लास्ट इंडिया-2018 प्रदर्शनी और सम्मेलन के उद्घाटन के बाद अपने संबोधन में यह जानकारी दी।
12 फरवरी तक चलने वाली इस प्रदर्शनी में 50 देशों के प्रतिनिधि और लगभग दो हजार प्रदर्शक भाग ले रहे हैं। रूपाणी ने कहा कि प्लास्टिक उद्योग की तकनीक में नए अनुसंधानों को बढ़ावा देने के लिए गुजरात सरकार ने वापी में स्थापित होने वाली प्लास्ट इंडिया इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी की स्थापना प्रक्रिया को तेज बनाया है। राज्य में प्लास्टिक-पॉलिमर्स उद्योगों की तेज रफ्तार को देखते हुए सरकार ने प्लास्टिक क्षेत्र के लिए विशेष नीति बनाई है जिसे उद्योगपतियों के सुझावों के आधार पर अधिक पर्यावरण सहज बनाया गया है।
देश के पॉलिमर उत्पादन में गुजरात की 50 फीसदी से अधिक हिस्सेदारी का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के एक चौथाई प्लास्टिक कचरे का पुनर्चक्रण (रिसाइकिलंग) गुजरात में होता है। राज्य में कार्यरत प्लास्टिक उद्योग की 10 हजार से अधिक इकाईयों का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि इसमें से अधिकांश उद्योग सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम क्षेत्र (एमएसएमई सेक्टर) के हैं और करीब 82 हजार लोगों को रोजगार का अवसर मुहैया करा रहे हैं।
बजट में एमएसएमई सेक्टर के लिए घोषित किए गए प्रोत्साहनों का लाभ प्लास्टिक उद्योग को जरूर मिलेगा। ऊर्जा मंत्री सौरभ पटेल ने इस प्रदर्शनी के लिए गुजरात को श्रेष्ठ स्थल बताते हुए कहा कि राज्य में कच्चे माल की उपलब्धता, कारोबार अनुकूल नीतियों तथा मजबूत एवं दूरदर्शी नेतृत्व के कारण गुजरात प्लास्टिक उद्योगकारों को आकर्षित करने में ज्यादा सफल रहा है। पटेल ने वर्ष 2012 की अगली प्लास्ट इंडिया प्रदर्शनी भी गुजरात में आयोजित करने का अनुरोध किया।