Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 12 Jul, 2025 10:44 AM
सावन की पहली दस्तक के साथ ही मानसून पूरे जोर पर आ गया है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने राजस्थान समेत कई राज्यों के लिए 13 से 17 जुलाई तक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। इस दौरान तेज बारिश के साथ-साथ ओलावृष्टि, आंधी और बिजली गिरने जैसी घटनाओं की भी...
नेशनल डेस्क: सावन की पहली दस्तक के साथ ही मानसून पूरे जोर पर आ गया है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने राजस्थान समेत कई राज्यों के लिए 13 से 17 जुलाई तक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। इस दौरान तेज बारिश के साथ-साथ ओलावृष्टि, आंधी और बिजली गिरने जैसी घटनाओं की भी आशंका जताई गई है। मौसम वैज्ञानिकों और पारंपरिक वायु परीक्षणों से संकेत मिल रहे हैं कि इस बार श्रावण मास में अच्छी वर्षा होगी, लेकिन इसके साथ प्राकृतिक आपदाओं का खतरा भी बना रहेगा। कोटा, बारां, उदयपुर, जयपुर समेत कई जिलों में ऑरेंज और येलो अलर्ट घोषित किया गया है। जनता को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
वैज्ञानिक और पारंपरिक दोनों पद्धतियों से हुआ वायु परीक्षण
राजस्थान की राजधानी जयपुर में आषाढ़ वायु धारिणी पूर्णिमा के अवसर पर विज्ञान केंद्र और जंतर मंतर पर पारंपरिक और वैज्ञानिक तरीके से वायु परीक्षण किया गया।
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जंतर मंतर पर 110 फीट ऊंचे सम्राट यंत्र की सहायता से सूर्यास्त के समय वायु की दिशा देखी गई।
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शास्त्री नगर के विज्ञान केंद्र में वैज्ञानिक पद्धति से की गई जांच में सामने आया कि पश्चिम दिशा से बहने वाली हवा भरपूर वर्षा और कृषि उत्पादन में वृद्धि का संकेत दे रही है।
ओलावृष्टि और तूफान की आशंका, विशेषज्ञों की चेतावनी
पंडित चंद्रशेखर शर्मा ने बताया कि वर्तमान संवत्सर 'सिद्धार्थ' है, जो जल से परिपूर्ण है और वर्षा के लिए अनुकूल माना जाता है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि ‘समय का वाहन अश्व’ होने के कारण ओलावृष्टि और आंधी-तूफान जैसी प्राकृतिक आपदाओं की संभावना बनी हुई है। इसका असर खेती और जनजीवन दोनों पर पड़ सकता है।
IMD का 6 दिन का पूर्वानुमान: 13 से 17 जुलाई
भारतीय मौसम विभाग ने 13 से 17 जुलाई के लिए कई जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। खासकर दक्षिणी और पूर्वी राजस्थान के इलाकों में मौसम ज्यादा सक्रिय रहेगा।
इन संभागों में होगी ज्यादा बारिश:
कोटा, उदयपुर, भरतपुर, अजमेर, जयपुर, जोधपुर और बीकानेर
इन जिलों के लिए अलर्ट जारी
IMD ने आज बारां और झालावाड़ जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। यहां भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है। वहीं अन्य कई जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है। बीकानेर, चूरू, गंगानगर, हनुमानगढ़, सीकर, झुंझुनूं, जयपुर, दौसा, अलवर, भरतपुर, करौली, धौलपुर, सवाई माधोपुर, नागौर, अजमेर, टोंक, भीलवाड़ा, बूंदी, चित्तौड़गढ़, प्रतापगढ़, डूंगरपुर, बांसवाड़ा, राजसमंद, पाली और उदयपुर के लिए येलो अलर्ट जारी किए गए हैं।
वर्षा के फायदे भी हैं, खतरे भी
जहां एक ओर भारी बारिश से कृषि क्षेत्र को लाभ मिल सकता है, वहीं दूसरी ओर ओलावृष्टि, तूफान और जलभराव जैसी समस्याएं भी उत्पन्न हो सकती हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में जल स्रोतों के भरने की संभावना है जो लंबे समय में फायदेमंद होगी, लेकिन शहरी इलाकों में जलजमाव और ट्रैफिक की समस्या बढ़ सकती है।