Edited By Tanuja,Updated: 10 Jul, 2025 06:13 PM

रूस घूमने गए भारतीयों के एक ग्रुप ने मॉस्को एयरपोर्ट पर हुए अपने डरावने अनुभव को सोशल मीडिया पर साझा कर सनसनी मचा दी है। हरियाणा के अमित तनवर ने बताया कि कैसे...
International Desk: रूस घूमने गए भारतीयों के एक ग्रुप ने मॉस्को एयरपोर्ट पर हुए अपने डरावने अनुभव को सोशल मीडिया पर साझा कर सनसनी मचा दी है। हरियाणा के अमित तनवर ने बताया कि कैसे वह और उनके साथियों को रूस में बिना वजह हिरासत में लिया गया, पूछताछ के नाम पर निजी डेटा खंगाला गया और फिर अपमानजनक तरीके से डिपोर्ट कर दिया गया।
वैध डॉक्यूमेंट्स के बावजूद हिरासत
अमित तनवर ने बताया कि वह 8 जुलाई को 12 लोगों के टूर ग्रुप के साथ मॉस्को पहुंचे थे। सभी के पास वीजा, टिकट और होटल बुकिंग समेत सभी डॉक्यूमेंट सही थे। बावजूद इसके इमिग्रेशन चेक के दौरान सिर्फ तीन लोगों को निकलने दिया गया, जबकि 9 लोगों को रोक लिया गया।
पासपोर्ट छीने, घंटों इंतजार
अमित के अनुसार, इमिग्रेशन अधिकारियों ने उनका पासपोर्ट छीन लिया और एयरपोर्ट के एक कोने में बैठा दिया गया, जहां पहले से कई भारतीय टूरिस्ट बैठे थे। कुछ देर बाद सभी को एक बंद कमरे में ले जाया गया।
मोबाइल डेटा से लेकर जेब तक खंगाली
उस कमरे में रूसी अफसरों ने उनका मोबाइल फोन, गैलरी, गूगल सर्च हिस्ट्री और यहां तक कि यूट्यूब वीडियो तक चेक किए। उनके कैश, कार्ड और ट्रैवल शेड्यूल की भी तलाशी ली गई। इसके बाद बिना किसी वजह बताए कह दिया गया कि अब इन्हें डिपोर्ट किया जाएगा।
कमरे में पहले से कई भारतीय बंद
अमित तनवर ने कहा, “जिस कमरे में हमें रखा गया, वहां पहले से कई भारतीय 2-3 दिन से बंद थे। वहां दिन में सिर्फ 2 बार थोड़ा-सा खाना और एक छोटी पानी की बोतल दी जाती थी। बात-बात पर रूसी अधिकारी गुस्सा करते थे और किसी सवाल का जवाब तक नहीं देते थे।”
भारतीयों से भेदभाव
अमित ने कहा कि यह पूरा अनुभव उनके लिए सदमा देने वाला रहा। उन्होंने आरोप लगाया कि भारतीय टूरिस्टों के साथ बुरा बर्ताव किया गया। अब इस घटना पर लोग भारतीय दूतावास से दखल की मांग कर रहे हैं, लेकिन रूस या भारत सरकार की तरफ से फिलहाल कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।