Edited By Shubham Anand,Updated: 20 Jul, 2025 09:24 PM

केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने शनिवार को महत्वपूर्ण जानकारी साझा की कि भारत में लगभग 76,000 स्टार्टअप महिलाओं के नेतृत्व में कार्यरत हैं, जिनमें से अधिकांश दूसरे और तीसरे दर्जे के शहरों से हैं। उन्होंने यह भी कहा कि 2047 तक भारत का विकसित...
नेशनल डेस्क: केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने शनिवार को महत्वपूर्ण जानकारी साझा की कि भारत में लगभग 76,000 स्टार्टअप महिलाओं के नेतृत्व में कार्यरत हैं, जिनमें से अधिकांश दूसरे और तीसरे दर्जे के शहरों से हैं। उन्होंने यह भी कहा कि 2047 तक भारत का विकसित राष्ट्र बनने का सपना सशक्त महिलाओं और युवाओं के नेतृत्व में पूरा होगा, जैसा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महिलाओं के नेतृत्व वाले विकास के मॉडल के तहत कल्पना की है।
चार स्तंभों पर केंद्रित शासन
प्रधानमंत्री मोदी सरकार ने पिछले 11 वर्षों में शासन की नींव चार मुख्य स्तंभों – गरीब, किसान, युवा और महिला – पर रखी है। महिला-केंद्रित शासन ने न केवल व्यक्तिगत स्तर पर महिलाओं को सशक्त बनाया है, बल्कि समाज को नया स्वरूप भी दिया है। यह प्रयास अब लक्षित कल्याण से बढ़कर संस्थागत नेतृत्व का रूप ले चुका है।
शिक्षा के लिए नई पहल
महिलाओं के लिए सुलभ शिक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से जीविका ई-लर्निंग मैनेजमेंट सिस्टम ऐप लॉन्च किया गया। इसके अलावा "सशक्त महिला, समृद्ध बिहार" नामक प्रकाशन का अनावरण किया गया, जो बिहार में महिलाओं के योगदान का उत्सव मनाता है।
महिला सशक्तिकरण के चार चरण
संस्थानों में पहुँच और समावेशन: भारत के शैक्षिक और सैन्य क्षेत्रों में महिलाओं की भागीदारी में ऐतिहासिक वृद्धि।
वैज्ञानिक और तकनीकी सशक्तिकरण: WISE, GATI, CURIE और महिला वैज्ञानिक कार्यक्रमों के माध्यम से महिलाओं को प्रोत्साहन।
आर्थिक और सामाजिक सशक्तिकरण: 48 करोड़ से अधिक जनधन खाते महिलाओं के नाम खुले हैं। मुद्रा योजना के 60% से अधिक लाभार्थी महिला उद्यमी हैं। स्वयं सहायता समूहों के जरिए ग्रामीण अर्थव्यवस्था में तीन करोड़ से अधिक ‘लखपति दीदियाँ’ बनीं। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत महिलाओं के नाम पर घर पंजीकृत हुए।
कार्यस्थल सुधार और कानूनी संवेदनशीलता: महिलाओं के लिए छह महीने का सवेतन चाइल्डकैयर अवकाश, अविवाहित या तलाकशुदा आश्रित बेटियों को पेंशन अधिकार, और मृत शिशुओं के जन्म के बाद भी मातृत्व अवकाश जैसी सुविधाएं।
महिला उद्यमी स्टार्टअप की संख्या
भारत में लगभग 76,000 महिला नेतृत्व वाले स्टार्टअप सक्रिय हैं, जिनमें से अधिकतर छोटे और मझोले शहरों से हैं। डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की दूरदर्शी सोच और महिला-युवा नेतृत्व की वजह से भारत 2047 तक विकसित राष्ट्र बनने की राह पर है।