Edited By Parveen Kumar,Updated: 13 Aug, 2025 08:37 PM

पिछले 11 वर्षों में भारत ने जिस तेज़ी से तरक्की की है, उसमें एक नाम सबसे ज़्यादा चर्चा में रहा है- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी। उनके नेतृत्व में देश के हर क्षेत्र में बड़े और ऐतिहासिक बदलाव देखने को मिले हैं। शेयर बाज़ार से लेकर अंतरराष्ट्रीय मंचों...
नेशनल डेस्क: पिछले 11 वर्षों में भारत ने जिस तेज़ी से तरक्की की है, उसमें एक नाम सबसे ज़्यादा चर्चा में रहा है- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी। उनके नेतृत्व में देश के हर क्षेत्र में बड़े और ऐतिहासिक बदलाव देखने को मिले हैं। शेयर बाज़ार से लेकर अंतरराष्ट्रीय मंचों तक, भारत ने अपनी नई पहचान बनाई है।
शेयर बाज़ार में रिकॉर्ड उछाल
2014 के बाद से भारत के शेयर बाज़ार में ज़बरदस्त उछाल आया है। विशेषज्ञ मानते हैं कि इसकी बड़ी वजह प्रधानमंत्री मोदी की आर्थिक और सुधारवादी नीतियाँ हैं। "मेक इन इंडिया", "स्टार्टअप इंडिया" और "डिजिटल इंडिया" जैसी योजनाओं ने उद्यमिता, डिजिटल क्रांति और विनिर्माण को नई दिशा दी।
बुनियादी ढांचे में अभूतपूर्व विकास
मोदी सरकार के दौरान देश में मेट्रो नेटवर्क का तेज़ी से विस्तार हुआ। रेलवे विद्युतीकरण पहले की तुलना में दोगुना हुआ। देश में सक्रिय हवाई अड्डों की संख्या 74 से बढ़कर 160 से ज़्यादा हो गई। जलमार्गों की संख्या भी 10 गुना बढ़ी है। राजमार्गों और ग्रामीण सड़कों के निर्माण में तेज़ी आई है।
व्यवसायी मोनीश बहल का कहना है, "मोदी के नेतृत्व में सड़कों से लेकर हवाई अड्डों और उद्योगों तक, हर क्षेत्र में जबरदस्त विकास हुआ है। भारत अब आत्मविश्वास से भरा हुआ देश है।"
कल्याणकारी योजनाएं और सामाजिक समावेश
प्रधानमंत्री आवास योजना ने लाखों गरीबों को किफायती घर दिए। स्वच्छ भारत अभियान ने खुले में शौच की समस्या को कम किया। उज्ज्वला योजना के जरिए महिलाओं को रसोई गैस कनेक्शन मिले और आयुष्मान भारत ने करोड़ों लोगों को मुफ्त स्वास्थ्य बीमा दिया।
डिजिटल शासन को बढ़ावा देने के लिए जनधन-आधार-मोबाइल (JAM) के ज़रिए सीधे लाभ अंतरण संभव हुआ। 50 करोड़ से अधिक जनधन खाते खुले। यूपीआई (UPI) ने डिजिटल भुगतान को आम जनता तक पहुंचाया और आज भारत का डिजिटल लेनदेन दुनिया में सबसे आगे है।
भारतमाला और सागरमाला से संपर्क क्रांति
भारतमाला और सागरमाला जैसी परियोजनाओं ने सड़क और बंदरगाहों के नेटवर्क को मजबूत किया। 2024 तक हर साल 12,000 किलोमीटर से ज़्यादा राजमार्ग बनाए गए, जो पहले की तुलना में कई गुना अधिक है।
जीएसटी: एक देश, एक टैक्स
2017 में लागू हुआ जीएसटी (वस्तु एवं सेवा कर) एक बड़ा आर्थिक सुधार था। शुरुआती चुनौतियों के बावजूद इसने पूरे देश को एकीकृत बाज़ार में बदला, जिससे व्यापार में पारदर्शिता आई।
रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर भारत की मिसाल: ऑपरेशन सिंदूर
7 मई 2025 को हुए ऑपरेशन सिंदूर में भारत ने आतंकवाद के खिलाफ कड़ा जवाब दिया। यह हमला पुलवामा जैसे हमलों के जवाब में हुआ, जिसमें स्वदेशी मिसाइल और रक्षा प्रणालियाँ जैसे ब्रह्मोस और आकाशतीर का उपयोग किया गया।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "सिंदूर उस सम्मान का प्रतीक है, जिसे आतंक ने मिटाने की कोशिश की। यह हमारे साहस और संकल्प का प्रतीक है।" इस ऑपरेशन के बाद देश में देशभक्ति की लहर दौड़ गई। कई परिवारों ने अपनी बेटियों का नाम "सिंदूर" रखना शुरू किया, जो इस ऑपरेशन की भावनात्मक और राष्ट्रीय अहमियत को दर्शाता है।
विदेश नीति और वैश्विक छवि
मोदी सरकार ने विदेश नीति में भी कई नए आयाम जोड़े। अमेरिका, जापान, ऑस्ट्रेलिया, मध्य-पूर्व और अफ्रीकी देशों से मजबूत साझेदारियाँ बनीं। भारत ने G20, QUAD और BRICS जैसे वैश्विक मंचों पर सशक्त नेतृत्व दिखाया।
2023 में नई दिल्ली में सफलतापूर्वक G20 शिखर सम्मेलन का आयोजन किया गया, जिसमें भारत ने अपनी सांस्कृतिक विरासत, डिजिटल क्षमता और रणनीतिक सोच का प्रदर्शन किया। मोनीश बहल कहते हैं, "मोदी ने भारत को वहाँ पहुँचा दिया है जहाँ से अब सिर्फ़ आगे ही बढ़ना है। उनका सपना है 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाना, और यह अब एक हकीकत की ओर बढ़ता हुआ लक्ष्य है।"