भारत ने पाकिस्तान से कहा- समझौता एक्सप्रेस ट्रेन के डिब्बे लौटाए

Edited By Updated: 14 Jan, 2020 08:00 PM

india told pakistan samjhauta express train coaches returned

भारत ने पाकिस्तान से कहा है कि वह वाघा पर पिछले पांच महीने से पड़े समझौता एक्सप्रेस ट्रेन के डिब्बों को लौटाए। जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 के प्रावधान निरस्त होने के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव के बाद समझौता एक्सप्रेस ट्रेन सेवा रद्द कर दी...

नई दिल्ली: भारत ने पाकिस्तान से कहा है कि वह वाघा पर पिछले पांच महीने से पड़े समझौता एक्सप्रेस ट्रेन के डिब्बों को लौटाए। जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 के प्रावधान निरस्त होने के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव के बाद समझौता एक्सप्रेस ट्रेन सेवा रद्द कर दी गई थी। रेलवे अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि विदेश मंत्रालय ने इस्लामाबाद से इस संबंध में अनुरोध किया है। 

रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा,“हमारे (रेलवे) अनुरोध पर विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान के अधिकारियों से कहा है कि जितना जल्दी हो सके वह ट्रेन के हमारे डिब्बे लौटाए।” ट्रेन के डिब्बों को अंतिम बार आठ अगस्त 2019 को इस्तेमाल किया गया था जब पाकिस्तान ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए वाघा सीमा पर समझौता एक्सप्रेस ट्रेन रोक दी थी, जिसके कारण 117 यात्री फंस गए थे। 

ट्रेन को अपराह्न 12.30 पर अटारी पहुंचना था लेकिन वह शाम 5.15 बजे पहुंची जब भारतीय रेल ने ट्रेन और अपने यात्रियों को वाघा सीमा से अटारी लाने के लिए अपना इंजन, चालक दल के सदस्यों और सुरक्षाकर्मियों को भेजा था। गौरतलब है कि समझौता एक्सप्रेस ट्रेन चलाने के लिए दोनों देश छह महीने के अंतराल पर एक दूसरे के रेल के डिब्बों का इस्तेमाल करते हैं। 

पाकिस्तान के डिब्बे जनवरी से जून तक प्रयोग होते हैं और भारतीय रेल के डिब्बे जुलाई से दिसंबर तक इस्तेमाल किए जाते हैं। सामान्यतः ट्रेन के डिब्बे उसी दिन या एक रात के बाद लौटा दिए जाते हैं। ऐसा पहली बार हुआ है कि भारत के डिब्बे पाकिस्तान में पांच महीने से फंसे हुए हैं। शिमला समझौते के बाद जुलाई 1976 में समझौता एक्सप्रेस ट्रेन सेवा की शुरुआत हुई थी। 
 

Related Story

IPL
Royal Challengers Bengaluru

190/9

20.0

Punjab Kings

184/7

20.0

Royal Challengers Bengaluru win by 6 runs

RR 9.50
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!