Edited By Rohini Oberoi,Updated: 28 Aug, 2025 10:55 AM

नौकरी करने वाले हर शख्स को यह चिंता रहती है कि रिटायरमेंट के बाद खर्चे कैसे पूरे होंगे। अगर आप भी इसी तरह की चिंता में हैं तो पोस्ट ऑफिस की सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम (SCSS) आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प हो सकती है। यह स्कीम आपको रिटायरमेंट के बाद भी...
नेशनल डेस्क। नौकरी करने वाले हर शख्स को यह चिंता रहती है कि रिटायरमेंट के बाद खर्चे कैसे पूरे होंगे। अगर आप भी इसी तरह की चिंता में हैं तो पोस्ट ऑफिस की सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम (SCSS) आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प हो सकती है। यह स्कीम आपको रिटायरमेंट के बाद भी हर महीने एक निश्चित आय देती है जिससे आपका बुढ़ापा सुरक्षित और आसान हो जाता है।
क्या है सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम?
जैसा कि नाम से ही पता चलता है यह स्कीम विशेष रूप से सीनियर सिटीजन यानी 60 साल या उससे अधिक उम्र के लोगों के लिए है। यह सरकार द्वारा चलाई जाने वाली एक सुरक्षित योजना है जिसमें आपका निवेश पूरी तरह सुरक्षित रहता है।
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➤ ब्याज दर: इस स्कीम पर पोस्ट ऑफिस 8.2% सालाना ब्याज दे रहा है जो कई अन्य स्कीमों से ज्यादा है।
➤ निवेश की सीमा: आप इस स्कीम में कम से कम 1000 रुपये और अधिकतम 30 लाख रुपये तक जमा कर सकते हैं।
➤ ज्वाइंट अकाउंट: इस स्कीम की सबसे अच्छी बात यह है कि पति-पत्नी मिलकर एक ज्वाइंट अकाउंट भी खुलवा सकते हैं जिससे दोनों को फायदा मिलता है।
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कैसे मिलेगी रेगुलर इनकम?
यह स्कीम एकमुश्त निवेश पर काम करती है। एक बार पैसा जमा करने के बाद हर तीन महीने में आपके खाते में ब्याज की रकम आती रहती है। यह आपके रिटायरमेंट के बाद के खर्चों के लिए एक बेहतरीन रेगुलर इनकम का जरिया बन जाता है।
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➤ मैच्योरिटी अवधि: इस स्कीम की मैच्योरिटी अवधि 5 साल की है जिसे आप 3 साल और आगे बढ़ा सकते हैं।
➤ टैक्स बेनिफिट: इसमें किए गए निवेश पर इनकम टैक्स के सेक्शन 80C के तहत टैक्स में छूट भी मिलती है। हालांकि ब्याज से होने वाली आय पर टैक्स लगता है।
यह योजना उन सभी लोगों के लिए एक शानदार मौका है जो अपने रिटायरमेंट को आर्थिक रूप से मजबूत बनाना चाहते हैं।