Edited By Anu Malhotra,Updated: 26 Nov, 2025 07:42 PM

अपनी मां की मौत को रहस्य बनाकर तीन साल तक उसके भेष में जीना—यह सुनने में किसी फिल्म की कहानी जैसा लगता है, लेकिन इटली में एक शख्स ने इसे हकीकत में कर दिखाया। पड़ोसी उसे एक बुजुर्ग महिला समझते रहे, सरकारी दफ्तरों में भी वह बिना शक के पेंशन लेता रहा...
इंटरनेशनल डेस्क: अपनी मां की मौत को रहस्य बनाकर तीन साल तक उसके भेष में जीना—यह सुनने में किसी फिल्म की कहानी जैसा लगता है, लेकिन इटली में एक शख्स ने इसे हकीकत में कर दिखाया। पड़ोसी उसे एक बुजुर्ग महिला समझते रहे, सरकारी दफ्तरों में भी वह बिना शक के पेंशन लेता रहा और घर में उसकी सबसे बड़ी सच्चाई छिपी पड़ी थी—उसकी मां का शव। जब यह राज खुला, तो प्रशासन भी सन्न रह गया और इस मामले को लोग “रियल लाइफ मिसेज डाउटफायर स्कैंडल” कहने लगे।
एक बेटा… जो मां के बाद भी बना रहा 'मां'
इटली में 56 वर्षीय एक बेरोजगार व्यक्ति ने अपनी मां की मौत छुपाकर ऐसा खेल रचा, जिसकी कल्पना भी मुश्किल है। उसकी 82 वर्षीय मां, ग्राजिएला डाल ओग्लियो का वर्ष 2022 में निधन हो गया था, लेकिन बेटे ने न उनकी मौत की सूचना दी, न अंतिम संस्कार किया। वह शव को एक स्लीपिंग बैग में लपेटकर घर के लॉन्ड्री रूम में छिपाकर रखता रहा—और खुद मां के रूप में दुनिया के सामने आता रहा।
विग, मेकअप, बुजुर्गों वाले कपड़े और आवाज तक बदल ली
इस शख्स ने न सिर्फ बुजुर्ग महिला जैसी विग और कपड़े पहने, बल्कि चलने का अंदाज़, बोलने की टोन और पूरी पर्सनैलिटी अपनी मां जैसी बना ली। सरकारी दफ्तरों में भी वह उनकी पहचान लेकर जाता, दस्तावेज़ अपडेट करवाता और पेंशन और संपत्तियों की आय उठाता रहा। इस नकल ने उसे हर साल करीब 61,000 यूरो (लगभग 55 लाख रुपये) दिलाए।
तीन साल बाद फंसा—आवाज़ और गर्दन ने खोली पोल
सारा खेल तब खुला जब पहचान-पत्र नवीनीकरण के दौरान एक सरकारी कर्मचारी को शक हो गया। ‘महिला’ की आवाज़ भारी थी, गर्दन पुरुष जैसी और चेहरे पर भी कई फीचर्स मेल नहीं खाते थे। कर्मचारी ने पुरानी तस्वीरों से मिलान किया—और पूरा सच सामने आ गया। पुलिस जब घर पहुंची तो लॉन्ड्री रूम से मां का ममी जैसा हो चुका शव बरामद हुआ।
तीन गंभीर अपराध और देश भर में हड़कंप
आरोपी को तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया और अब उस पर धोखाधड़ी, शव छिपाने और सरकारी दस्तावेज़ों में फर्जीवाड़े जैसे कई गंभीर मामले दर्ज हैं। पूरे इटली में लोग हैरान हैं कि एक इंसान तीन साल तक इतनी कुशलता से अपनी ही मां का भेष बनाकर कैसे जीता रहा—और किसी को शक तक नहीं हुआ।