Edited By Radhika,Updated: 27 Dec, 2025 01:40 PM

बिहार सरकार की महत्वाकांक्षी 'मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना' को लेकर एक महत्वपूर्ण अपडेट सामने आया है। इस साल में किस्त पाने का आखिरी मौका 31 दिसंबर तक का है। इस डेडलाइन के बाद नए आवेदन स्वीकार नहीं किए जाएंगे।
नेशनल डेस्क: बिहार सरकार की महत्वाकांक्षी 'मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना' को लेकर एक महत्वपूर्ण अपडेट सामने आया है। इस साल में किस्त पाने का आखिरी मौका 31 दिसंबर तक का है। इस डेडलाइन के बाद नए आवेदन स्वीकार नहीं किए जाएंगे।
महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए उठाया गया ये कदम
बिहार की महिलाओं को सशक्त और आर्थिक रूप से स्वतंत्र बनाने के लिए शुरू की गई यह योजना राज्य में काफी सफल रही है। इस योजना के तहत महिलाओं को अपना छोटा व्यवसाय शुरू करने के लिए पहली किस्त के रूप में 10,000 रुपये दिए जाते हैं। यदि 6 महीने बाद उनका व्यवसाय सफल रहता है, तो सरकार विस्तार के लिए 2 लाख रुपये तक की अतिरिक्त आर्थिक मदद भी प्रदान करती है।

आवेदन के लिए ये है प्रमुख शर्त
योजना का लाभ लेने के लिए एक प्रमुख शर्त यह है कि महिला को जीविका स्वयं सहायता समूह (SHG) से जुड़ा होना अनिवार्य है। ग्रामीण इलाकों की महिलाएं अपने नजदीकी ग्राम संगठन में जाकर फॉर्म भर सकती हैं, जबकि शहरी महिलाएं जीविका की आधिकारिक वेबसाइट (BRLPS) के माध्यम से प्रक्रिया पूरी कर सकती हैं।
इन कामों के लिए मिल रही है मदद
सरकार ने स्वरोजगार के लिए विशेष विकल्प तय किए हैं, जिनमें शामिल हैं:
- किराना और जनरल स्टोर
- ब्यूटी पार्लर और सिलाई की दुकान
- फल, सब्जी और डेयरी उत्पाद
- अगरबत्ती, मोमबत्ती और मसाला उत्पादन
- ई-रिक्शा या ऑटो-रिक्शा का संचालन
- पशुपालन (बकरी, गाय और मुर्गी पालन)
प्रशासन का कहना है कि अब तक लाखों महिलाएं इसका लाभ उठा चुकी हैं। पोर्टल और ऑफलाइन प्रक्रिया 31 दिसंबर की रात को बंद कर दी जाएगी, इसलिए इच्छुक आवेदक जल्द से जल्द अपनी पात्रता जांचें और आवेदन करें।