Edited By Anu Malhotra,Updated: 29 Aug, 2025 12:08 PM

समस्तीपुर के झहुरी गांव के एक परिवार की माता वैष्णो देवी की धार्मिक यात्रा अचानक मातम में बदल गई, जब जम्मू-कश्मीर के कटरा स्थित अर्धकुमारी के पास तेज बारिश और बादल फटने के कारण भूस्खलन हुआ। पहाड़ से मलबा और भारी पत्थरों का थर्रा अचानक नीचे गिरा और...
नेशनल डेस्क: समस्तीपुर के झहुरी गांव के एक परिवार की माता वैष्णो देवी की धार्मिक यात्रा अचानक मातम में बदल गई, जब जम्मू-कश्मीर के कटरा स्थित अर्धकुमारी के पास तेज बारिश और बादल फटने के कारण भूस्खलन हुआ। पहाड़ से मलबा और भारी पत्थरों का थर्रा अचानक नीचे गिरा और कई श्रद्धालु उसकी चपेट में आ गए। मंदिर की ओर बढ़ रहे श्रद्धालुओं की खुशियां गम में बदल गईं।
24 अगस्त को लगभग 15-16 सदस्यों का यह परिवार मनोहर राय के नेतृत्व में वैष्णो देवी दर्शन के लिए निकला था। सभी श्रद्धा के साथ माता के दरबार तक पहुंचने का सपना लिए थे, लेकिन दुर्भाग्यवश रास्ते में ही यह दर्दनाक हादसा उनके सामने आ खड़ा हुआ।
भूस्खलन के समय परिवार के सदस्य अर्धकुमारी के पास मौजूद थे। अचानक मलबे और पत्थरों के गिरने से अफरा-तफरी मच गई। मनोहर और उनकी पत्नी तो बच गए, लेकिन उनकी छोटी बेटी तानिया की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। वहीं उनका बेटा ध्रुव पटेल गंभीर रूप से घायल हो अस्पताल में इलाजरत है।
इस दर्दनाक घटना में झहुरी गांव के इस परिवार के कुल छह लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। कई लोग अभी भी अस्पताल में हैं और कुछ लापता बताए जा रहे हैं। प्रशासन और रेस्क्यू टीमें उनकी खोज में लगी हैं। गांव में मातम छा गया है, जहां खुशी-खुशी यात्रा की तैयारी कर रहे परिवार के घरों में अब सन्नाटा पसरा है।
स्थानीय लोग बताते हैं कि यह परिवार कई वर्षों से गाजियाबाद में मजदूरी करता था। मेहनत से जुटाए पैसों से माता वैष्णो देवी की यात्रा का सपना सजा कर निकले थे, लेकिन नियति को कुछ और मंजूर था। परिवार ने सरकार से अपील की है कि जल्द से जल्द लापता लोगों की सूचना दी जाए और अस्पताल में इलाजरत मरीजों को बेहतर सुविधाएं मिलें।