Edited By Parveen Kumar,Updated: 07 Dec, 2025 09:38 PM

भारत की इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर ने पिछले 11 वर्षों में रिकॉर्ड वृद्धि दर्ज की है, जहां उत्पादन 6 गुना बढ़कर ₹11.32 लाख करोड़ पर पहुंच गया, जबकि इलेक्ट्रॉनिक्स EXPORTS भी 8 गुना उछलकर ₹3.26 लाख करोड़ तक पहुंच गए हैं, जिससे यह देश की...
नेशनल डेस्क: भारत की इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर ने पिछले 11 वर्षों में रिकॉर्ड वृद्धि दर्ज की है, जहां उत्पादन 6 गुना बढ़कर ₹11.32 लाख करोड़ पर पहुंच गया, जबकि इलेक्ट्रॉनिक्स EXPORTS भी 8 गुना उछलकर ₹3.26 लाख करोड़ तक पहुंच गए हैं, जिससे यह देश की तीसरी सबसे बड़ी निर्यात कैटेगरी बन गई है।
सरकार की PLI स्कीम ने इस तेज वृद्धि में बड़ी भूमिका निभाई है, जिसके तहत इलेक्ट्रॉनिक्स के लिए ₹14,065 करोड़ और IT हार्डवेयर के लिए ₹846 करोड़ की सहायता जुटाई गई। इसी अवधि में भारत की मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स की संख्या सिर्फ 2 से बढ़कर 300 से अधिक हो गई, जिससे मोबाइल उत्पादन भी ₹2.2 लाख करोड़ से उछलकर ₹5.5 लाख करोड़ के स्तर पर पहुंच गया है।