Edited By Radhika,Updated: 09 Jul, 2025 12:58 PM

मध्य प्रदेश के पन्ना जिले में एक आदिवासी मजदूर माधव की किस्मत रातों-रात बदल गई। पन्ना की कृष्णा कल्याणपुर पट्टी की उथली खदान में काम करने वाले माधव ने अपनी किस्मत आजमाने के लिए एक खदान लगाई थी और खुदाई के पहले ही दिन उनकी मेहनत रंग लाई और उन्हें एक...
नेशनल डेस्क: मध्य प्रदेश के पन्ना जिले में एक आदिवासी मजदूर माधव की किस्मत रातों-रात बदल गई। पन्ना की कृष्णा कल्याणपुर पट्टी की उथली खदान में काम करने वाले माधव ने अपनी किस्मत आजमाने के लिए एक खदान लगाई थी और खुदाई के पहले ही दिन उनकी मेहनत रंग लाई और उन्हें एक कीमती हीरा मिल गया, जिससे वह कुछ ही घंटों में लखपति बन गए।
मजदूर से लखपति बनने का सफर
माधव को उम्मीद नहीं थी कि इतनी जल्दी उनकी किस्मत इस कदर करवट ले लेगी। उनके हाथों में वह बेशकीमती संपत्ति आई, जिसके लिए लोग सालों तक कड़ी मेहनत और इंतजार करते हैं। यह हीरा उनके लिए सिर्फ एक पत्थर नहीं, बल्कि उम्मीद और जीवन बदलने का प्रतीक बन गया है।
हीरा कार्यालय में जमा कराया गया दुर्लभ रत्न
नियमों के मुताबिक, माधव ने खुदाई में मिले इस हीरे को पन्ना स्थित हीरा कार्यालय में जमा करवा दिया है। हीरा अधिकारी रवि पटेल ने बताया कि यह हीरा अब आगामी नीलामी में रखा जाएगा। नीलामी से जो भी राशि मिलेगी, उसमें से 12.5 प्रतिशत रॉयल्टी काटकर बाकी की बची हुई रकम माधव को दे दी जाएगी। यह प्रक्रिया पूरी पारदर्शिता के साथ की जाती है ताकि मजदूर को उसकी मेहनत का पूरा फल मिल सके।
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40 लाख से ऊपर हो सकती है कीमत
माधव को मिला यह हीरा बेहद साफ और दुर्लभ गुणवत्ता का है। बाजार में इस तरह के हीरे की मांग काफी अधिक होती है। अधिकारियों और विशेषज्ञों का अनुमान है कि नीलामी में इस हीरे की कीमत 40 लाख रुपये से भी ज़्यादा जा सकती है। यह घटना एक बार फिर साबित करती है कि पन्ना की हीरा खदानें सिर्फ हीरे ही नहीं देतीं, बल्कि कई मजदूरों के लिए उम्मीद, आत्मबल और जीवन में बदलाव भी लाती हैं।