Edited By Anu Malhotra,Updated: 09 Sep, 2025 02:14 PM

सोमवार को मध्य प्रदेश के जबलपुर स्थित बरगी डैम को लेकर सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हुआ, जिसमें यह दावा किया गया कि डैम की दीवारों में लीकेज हो गया है। वीडियो के साथ फैलाई जा रही अफवाहों ने क्षेत्र में भय और भ्रम का माहौल खड़ा कर दिया।...
नेशनल डेस्क: सोमवार को मध्य प्रदेश के जबलपुर स्थित बरगी डैम को लेकर सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हुआ, जिसमें यह दावा किया गया कि डैम की दीवारों में लीकेज हो गया है। वीडियो के साथ फैलाई जा रही अफवाहों ने क्षेत्र में भय और भ्रम का माहौल खड़ा कर दिया। स्थिति इतनी गंभीर हो गई कि भोपाल से लेकर दिल्ली तक प्रशासनिक हलकों में हड़कंप मच गया।
हालांकि, जब अधिकारियों ने जांच की तो हकीकत कुछ और ही निकली -- न तो डैम की दीवार में दरार है, न कोई लीकेज। वायरल वीडियो में दिखाई गई जगह दरअसल डैम के डक्ट सिस्टम का हिस्सा थी, जो जल स्तर को नियंत्रित करने और प्रेशर को कम करने के लिए तकनीकी रूप से बनाया गया है।
क्या था वायरल वीडियो का दावा?
वीडियो में कथित तौर पर यह दिखाया गया कि बरगी डैम की दीवारों से पानी रिस रहा है और इससे बड़ा हादसा हो सकता है। लोगों में डर इस कदर फैल गया कि कई जगहों पर अफवाहों के चलते असुरक्षा की भावना गहराने लगी।
जबलपुर कलेक्टर दीपक सक्सेना ने स्थिति को गंभीरता से लेते हुए तत्काल जांच के आदेश दिए। संयोगवश, उस समय नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण (NVDA) की एक टीम जबलपुर में मौजूद थी, जो रूटीन निरीक्षण पर आई थी। उसी टीम को मौके पर भेजकर वायरल वीडियो की सच्चाई का पता लगाने की जिम्मेदारी दी गई।
जांच में क्या सामने आया?
NVDA और जल संसाधन विभाग के विशेषज्ञों की टीम ने डैम का गहन निरीक्षण किया। जांच में साफ हुआ कि वायरल वीडियो डैम की मेन वॉल का नहीं, बल्कि एक विशेष डक्ट का है, जो वर्षों से कार्यशील है और उसमें पानी का बहाव सुरक्षा और प्रबंधन का हिस्सा है। नेशनल डैम सेफ्टी अथॉरिटी के कंसलटेंट यू.एस. विद्यार्थी, सेंट्रल वॉटर कमीशन के डायरेक्टर कय्यूम मोहम्मद, NVDA के मेंबर इंजीनियरिंग, जल संसाधन विभाग के चीफ इंजीनियर सहित अन्य वरिष्ठ विशेषज्ञों ने संयुक्त रूप से यह पुष्टि की कि बरगी डैम को कोई खतरा नहीं है।
कुछ ब्लॉकों में मामूली रिसाव, लेकिन खतरे की कोई बात नहीं
हालांकि निरीक्षण के दौरान यह पाया गया कि डैम के कुछ ब्लॉकों की रबर सील में हल्का रिसाव है, लेकिन विशेषज्ञों ने इसे सामान्य प्रक्रिया बताया। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि ऐसा रिसाव पूर्व में भी कई बार देखा गया है और इससे डैम की संरचना को कोई नुकसान नहीं होता। इन सीलों की समय-समय पर मरम्मत और रखरखाव की जाती है।
पुराना वीडियो फिर से वायरल कर फैलाई गई अफवाह
रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह वही वीडियो है जो एक साल पहले भी वायरल हुआ था, तब भी इसी तरह की अफवाहें फैली थीं और तब भी अधिकारियों ने डैम को सुरक्षित घोषित किया था। जानबूझकर उसी वीडियो को फिर से सोशल मीडिया पर शेयर कर लोगों में पैनिक फैलाने की कोशिश की गई।
जनता को घबराने की जरूरत नहीं
जबलपुर प्रशासन और विशेषज्ञों ने एक बार फिर दोहराया कि बरगी डैम पूरी तरह से सुरक्षित है और डैम की दीवारों में किसी भी प्रकार की दरार, लीकेज या तकनीकी खराबी नहीं है। लोगों से अपील की गई है कि वे सोशल मीडिया पर वायरल हो रही भ्रामक जानकारियों पर विश्वास न करें और किसी भी सूचना की पुष्टि करने के बाद ही प्रतिक्रिया दें।