Edited By Seema Sharma,Updated: 20 Oct, 2021 12:51 PM
सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक अगले हफ्ते कंपनी का नाम बदलने की योजना बना रहा है। अमेरिकी टेक ब्लॉग द वर्ज ने एक सूत्र के हवाले से अपनी रिपोर्ट में यह जानकारी दी है। फेसबुक के नाम में संभावित बदालत कंपनी के मेटावर्स तैयार करने की योजना को प्रतिबिंबित...
नेशनल डेस्क: सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक अगले हफ्ते कंपनी का नाम बदलने की योजना बना रहा है। अमेरिकी टेक ब्लॉग द वर्ज ने एक सूत्र के हवाले से अपनी रिपोर्ट में यह जानकारी दी है। फेसबुक के नाम में संभावित बदालत कंपनी के मेटावर्स तैयार करने की योजना को प्रतिबिंबित करता है। मशहूर प्रौद्योगिकी कंपनी का उद्देश्य कंपनी को सोशल मीडिया से अधिक पहचान दिलाने और इसकी खामियों को दूर करना है। द वर्ज की रिपोर्ट के मुताबिक फेसबुक की रीब्रैंडिंग के जरिए विभिन्न सोशल मीडिया ऐप जैसे फेसबुक, इंस्टाग्राम और वॉट्सऐप जैसे प्लेटफॉर्मों को एक छतरी के नीचे लाया जा सकता है।
नाम बदलने के पीछे फेसबुक का मकसद अब अपनी पहचान अब केवल एक सोशल मीडिया कंपनी के रूप में जारी नहीं रखना चाहते बल्कि इसे और आगे बढ़ाना चाहता है, ऐसे में नाम में में बदलाव इसका सबसे अच्छा तरीका हो सकता है। 'द वर्ज' (The Verge) की रिपोर्ट के मुताबिक मार्क जुकरबर्ग वार्षिक कनेक्ट कॉन्फ्रेंस में फेसबुक के नाम बदलने का ऐलान कर सकते हैं। ये कॉन्फ्रेंस 28 अक्तूबर को होनी है। इसके मायने ये भी हो सकते हैं कि अक्तूबर में फेसबुक की रीब्रांडिंग हो सकती है।
फेसबुक यूजर्स पर नहीं पड़ेगा कोई असर
रिपोर्ट के अनुसार फेसबुक का नाम बदलने से इसके यूजर्स पर कोई असर नहीं पड़ेगा क्योंकि फेसबुक के आगे भी बतौर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के रूप में जारी रहने की संभावना है। रिपोर्ट के अनुसार नाम बदलने का मुख्य उद्येश्य फेसबुक पर लगे केवल सोशल मीडिया लेबल को दूर करना और सभी विवादों से छुटकारा पाने की कोशिश है। साथ ही इन सेवाओं से इतर फेसबुक अब पोर्टल स्मार्ट डिस्प्ले या हाल में रे-बैन के साथ साझेदारी में पेश किए गए एआर ग्लासेस जैसे उपभोक्ता हार्डवेयर के निर्माण की दिशा में आगे बढ़ रहा है। जुकरबर्ग का मानना है कि एक दिन स्मार्टफोन की तरह एआर ग्लासेस भी आम हो जाएंगे। इसलिए ब्रांड का नाम बदलना उस भविष्य की ओर एक सही कदम है।