Edited By Shubham Anand,Updated: 10 Dec, 2025 02:59 PM

नवंबर में भारत की प्रमुख टेलीकॉम कंपनियों ने अपने टैरिफ प्लान में बदलाव किया। एयरटेल, वीआई और बीएसएनएल ने कीमतें बढ़ाईं या वैलिडिटी घटाई। विशेषज्ञों का कहना है कि दिसंबर में टैरिफ में 15% तक की बढ़ोतरी संभव है। वोडाफोन और एयरटेल ने सालाना प्लान...
नेशनल डेस्क : रिलायंस जियो को छोड़कर भारतीय टेलीकॉम इंडस्ट्री की मुख्य कंपनियों ने नवंबर के मध्य में अपने टैरिफ प्लान में बदलाव किया है। अधिकांश कंपनियों ने या तो कीमतों में इजाफा किया या प्लान की वैलिडिटी के दिनों को घटा दिया। विश्लेषकों का कहना है कि अगले कुछ हफ्तों में टेलीकॉम कंपनियों की तरफ से टैरिफ हाइक की आशंका बनी हुई है। इस सूची में निजी क्षेत्र की प्रमुख कंपनियां भारती एयरटेल, वीआई और रिलायंस जियो के साथ-साथ सरकारी कंपनी बीएसएनएल का भी नाम शामिल हो सकता है।
टेलीकॉम कंपनियों की राजस्व ग्रोथ पर प्रभाव
सितंबर तिमाही में टेलीकॉम कंपनियों की औसत राजस्व वृद्धि घटकर लगभग 10 प्रतिशत पर आ गई है, जबकि पिछले चार तिमाहियों में यह 14-16 प्रतिशत के आसपास थी। दिसंबर तिमाही में यह और नीचे जा सकती है। विशेषज्ञों का अनुमान है कि इस स्थिति के चलते टेलीकॉम टैरिफ में लगभग 15 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी हो सकती है।
नवंबर में हुई टैरिफ हाइक
नवंबर में वोडाफोन ने अपने 1,999 रुपये वाले सालाना प्लान की कीमत में 12 प्रतिशत का इजाफा किया, जबकि 84 दिनों की वैलिडिटी वाले प्लान की कीमत में 7 प्रतिशत की वृद्धि हुई। इसी दौरान, भारती एयरटेल ने अपने सबसे सस्ते वॉइस-ओनली प्लान के दाम 189 रुपये से बढ़ाकर 199 रुपये कर दिए। सरकारी टेलीकॉम प्रदाता बीएसएनएल ने एंट्री-लेवल प्रीपेड प्लान की वैलिडिटी घटाई। हालांकि इसके स्टिकर प्राइस में कोई बदलाव नहीं किया गया, लेकिन वैलिडिटी कम होने से यूजर्स को अप्रत्यक्ष रूप से महंगाई का असर महसूस होगा।
ब्रोकरेज फर्म की राय: टैरिफ हाइक की संभावना
ईटी टेलीकॉम की रिपोर्ट के अनुसार, ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल का कहना है कि स्थिर महंगाई दर और निकट भविष्य में चुनाव न होने की वजह से टेलीकॉम कंपनियां दिसंबर में सामान्य टैरिफ हाइक साइकिल की ओर लौट सकती हैं। इसके तहत 28 दिनों की वैलिडिटी वाले रोजाना 1.5 जीबी डेटा प्लान पर लगभग 50 रुपये का इजाफा हो सकता है। यदि यह लागू हुआ, तो यूजर्स की जेब पर सीधा असर पड़ेगा।
वीआई के प्लान पर संभावित प्रभाव
वीआई (Vi) अपने अधिकांश लो-एंड यूजर बेस को एयरटेल और जियो के मुकाबले खो रहा है। हालांकि इसके पुराने यूजर्स अभी भी कंपनी के साथ बने हुए हैं, और सालाना प्लान उनके बीच लोकप्रिय बने हुए हैं। Vi के मैनेजमेंट ने पहले संकेत दिया था कि अगली प्राइस हाइक पिछली कीमतों की तुलना में छोटी होगी। यह वृद्धि 15 महीने के अंतराल के बाद की जाएगी। कंपनी ने लंबे समय से यूजर्स पर ज्यादा बोझ नहीं डाला है और भविष्य में भी इसी नीति को ध्यान में रखा जाएगा।