Edited By Tanuja,Updated: 15 Sep, 2021 12:30 PM
ब्रिटेन में भारत से एक गुरुद्वारा के प्रोग्राम में भाग लेने आए एक शख्स द्वारा कोरोना नियमों का पालन न करने पर वहां की हेल्थ मिनिस्टरी ने गंभीर नोटिस ...
लंदनः ब्रिटेन में भारत से एक गुरुद्वारा के प्रोग्राम में भाग लेने आए अकालतख्त के जत्थेदार द्वारा कोरोना नियमों का पालन न करने पर वहां की हेल्थ मिनिस्टरी ने गंभीर नोटिस जारी किया है। 12 सितंबर को सारागढ़ी शहीद स्मारक का उद्घाटन करने ब्रिटेन पहुंचे अकालतख्त के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने यूके कोरोना नियमों का पूरी तरह से पालन नहीं किया, जिस पर सरकार की क्राइमब्रांच ने गुरुद्वारा साहिब के ट्रस्टी को पत्र लिखकर इसकी जानकारी दी ।
ब्रिटिश सरकार द्वारा वॉल्वरहैम्प्टन स्थित वेडनेसफील्ड गुरुद्वारा कमेटी को जारी नोटिस में कहा गया है कि भारत से एक इवेंट में हिस्सा लेने आए ज्ञानी हरप्रीत सिंह को कोरोना नियमों के तहत कम से कम 10 दिन तक क्वारटीन रहना जरूरी था। लेकिन ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कोरोना नियमों का उल्लंघन किया व 5 दिन बाद ही गायब हो गए। गुरुद्वारा कमेटी को भेजे गए इस नोटिस में लिखा गया है कि कोरोना नियमों का पालन न करना एक गंभीर अपराध की श्रेणी में माना जाता है और इसके लिए ज्ञानी हरप्रीत सिंह को 10000 पाउंड तक जुर्माना लगाया जा सकता है।
नोटिस में कमेटी को जल्द से जल्द ज्ञानी हरप्रीत सिंह का पता लगाने और उसके बारे में जानकारी देने को कहा गया है। बता दें कि कोरोना के डेल्टा वेरियंट का सबसे अधिक प्रभाव ब्रिटेन में ही देखने को मिला है। कोरोना के कहर से बचने के लिए ब्रिटिश सरकार द्वारा कड़े नियम जारी किए गए हैं और इन नियमों का उल्लंघन करने पर सजा व जुर्माने का प्रावधान रखा गया है।
कौन हैं ज्ञानी हरप्रीत सिंह ?
ज्ञानी हरप्रीत सिंह सिख जगत की एक जानी-मानी हस्ती हस्ती है। वह 3 साल से श्री अकाल तख्त साहिब के 30वें जत्थेदार के तौर पर सेवा संभाल रहे हैं। 48 साल के हरप्रीत सिंह ये जिम्मा संभालने वाले सबसे युवा जत्थेदारों में हैं। पंजाब के जिला मुक्तसर में गिद्दड़बाहा निवासी जत्थेदार हरप्रीत सिंह 1997 में प्रचारक के तौर पर एसजीपीसी में भर्ती हुए थे। वह पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला से धार्मिक शिक्षा में डिप्लोमा और मास्टर डिग्री होल्डर हैं। उन्होंने कुरान शरीफ का पंजाबी अनुवाद भी किया है।