Edited By Mehak,Updated: 13 Dec, 2025 03:34 PM

पंकज चौधरी ने यूपी बीजेपी अध्यक्ष पद के लिए लखनऊ में अपना नामांकन दाखिल किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और अन्य वरिष्ठ नेता उनका समर्थन करते हुए प्रस्तावक बने। वर्तमान में केवल उनका ही नामांकन दाखिल हुआ...
नेशनल डेस्क : भाजपा के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने शनिवार को उत्तर प्रदेश भाजपा के अगले अध्यक्ष बनने के लिए लखनऊ में अपना नामांकन दाखिल किया। पंकज चौधरी आज दोपहर एयर इंडिया की फ्लाइट से लखनऊ पहुंचे और सीधे चौधरी चरण सिंह एयरपोर्ट से बीजेपी कार्यालय के लिए रवाना हुए। एयरपोर्ट और पार्टी कार्यालय पर उनके समर्थकों की बड़ी संख्या मौजूद रही।
इस मौके पर यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक उनके प्रस्तावक बने। भाजपा के राष्ट्रीय संगठन महासचिव विनोद तावड़े और लखनऊ भाजपा प्रमुख महेंद्र नाथ पांडे ने चुनाव अधिकारी के रूप में उनका नामांकन स्वीकार किया। साथ ही पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, यूपी सरकार के मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह, सूर्य प्रताप शाही, सुरेश खन्ना और बेबी रानी मौर्य भी मौजूद रहे।
पार्टी सूत्रों के अनुसार, पंकज चौधरी का निर्विरोध चुना जाना लगभग तय माना जा रहा है क्योंकि अभी तक केवल उनका ही नामांकन दाखिल हुआ है। यदि यही स्थिति रहती है तो भाजपा आज ही उन्हें यूपी प्रदेश अध्यक्ष के रूप में घोषित कर सकती है। नए प्रदेश अध्यक्ष की औपचारिक घोषणा रविवार दोपहर लखनऊ में पार्टी के एक कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल की उपस्थिति में की जाएगी।
भाजपा ने इस नियुक्ति को लेकर सस्पेंस बनाए रखा है। सूत्रों का कहना है कि उत्तर प्रदेश में अपनी राजनीतिक रणनीति के अनुसार, पार्टी ने प्रदेश अध्यक्ष के रूप में ओबीसी नेता को आगे बढ़ाने का निर्णय लिया है। पंकज चौधरी, महाराजगंज से 7 बार सांसद और कुर्मी समुदाय के नेता, यूपी बीजेपी के लिए आगामी राजनीतिक चुनौतियों से निपटने के महत्वपूर्ण विकल्प माने जा रहे हैं।
विशेष रूप से 2024 के लोकसभा चुनावों में ओबीसी वोट बैंक, खासकर कुर्मी समुदाय में असंतोष का सामना करने के बाद, पंकज चौधरी की नियुक्ति इसे दूर करने की कोशिश के रूप में देखी जा रही है। अगर वे यूपी बीजेपी के अध्यक्ष बनते हैं तो मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष दोनों पूर्वी उत्तर प्रदेश के पड़ोसी जिलों गोरखपुर और महाराजगंज से होंगे, जिससे पार्टी की स्थिति और मजबूत होगी।