Edited By Sahil Kumar,Updated: 30 Sep, 2025 03:44 PM

पोस्ट ऑफिस की सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम (SCSS) में अब 30 लाख रुपये तक निवेश किया जा सकता है, जिस पर 8.2% सालाना ब्याज मिलता है। यह स्कीम रिटायर्ड लोगों को हर महीने करीब ₹20,500 की निश्चित आमदनी देती है। पूरी तरह सरकारी गारंटी वाली यह योजना...
नेशनल डेस्कः पोस्ट ऑफिस की सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम (SCSS) बुजुर्गों के लिए एक बेहतरीन और सुरक्षित निवेश विकल्प बनकर सामने आई है। वर्तमान में इस योजना में 8.2% सालाना ब्याज दिया जा रहा है, जो सामान्य बैंक एफडी की तुलना में काफी अधिक है। बैंक एफडी जहां 6-7% ब्याज देती हैं, वहीं SCSS रिटायर्ड लोगों को स्थिर और सुनिश्चित रिटर्न मुहैया कराती है। सरकार ने हाल ही में इस योजना की निवेश सीमा को बढ़ाकर 30 लाख रुपये कर दिया है। पहले यह सीमा 15 लाख रुपये थी। इस बढ़ोतरी से वरिष्ठ नागरिकों को अब दोगुना लाभ मिल सकता है।
हर साल मिलेगा करीब 2.46 लाख का ब्याज
अगर कोई वरिष्ठ नागरिक इस स्कीम में 30 लाख रुपये का निवेश करता है, तो उसे हर साल करीब ₹2.46 लाख का ब्याज मिलेगा। यानी, हर महीने लगभग ₹20,500 की राशि सीधे बैंक खाते में ट्रांसफर की जाएगी। पांच सालों में यह राशि बढ़कर ₹12.30 लाख तक पहुंच जाएगी, वह भी सिर्फ ब्याज के रूप में।
पति-पत्नी दोनों ले सकते हैं लाभ
SCSS में किए गए निवेश पर सरकार की पूरी गारंटी होती है। यानी, ना केवल आपका मूलधन सुरक्षित रहता है, बल्कि समय पर ब्याज मिलना भी सुनिश्चित होता है। मार्केट के उतार-चढ़ाव या किसी जोखिम की इसमें कोई चिंता नहीं होती। इस योजना में यदि पति-पत्नी दोनों मिलकर निवेश करते हैं, तो उन्हें दोगुना फायदा मिल सकता है। संयुक्त खाता खोलने की सुविधा भी इसमें उपलब्ध है।
टैक्स छूट का लाभ
SCSS में निवेश करने पर आयकर अधिनियम की धारा 80C के तहत टैक्स छूट का लाभ मिलता है। हालांकि, ब्याज पर टैक्स देना होता है, लेकिन समग्र रूप से देखा जाए तो यह स्कीम टैक्स की बचत में भी मदद करती है। इस स्कीम की अवधि 5 साल की होती है। लेकिन चाहें तो इसे आगे 3 साल तक बढ़ाया जा सकता है। यानी, एक बार निवेश करने के बाद कई सालों तक नियमित आय का भरोसा बना रहता है।