Edited By Anu Malhotra,Updated: 17 Jul, 2025 09:50 AM

आज के दौर में हमारी थाली जितनी मॉडर्न हो चुकी है, उतनी ही परेशानियों से भरी भी हो गई है। पिज्जा, बर्गर और फास्ट फूड ने जहां स्वाद बढ़ाया है, वहीं कब्ज, अपच और गैस जैसी पेट की समस्याएं भी आम होती जा रही हैं। अगर आप भी सुबह भारीपन, थकान या पेट की सफाई...
नेशनल डेस्क: आज के दौर में हमारी थाली जितनी मॉडर्न हो चुकी है, उतनी ही परेशानियों से भरी भी हो गई है। पिज्जा, बर्गर और फास्ट फूड ने जहां स्वाद बढ़ाया है, वहीं कब्ज, अपच और गैस जैसी पेट की समस्याएं भी आम होती जा रही हैं। अगर आप भी सुबह भारीपन, थकान या पेट की सफाई न होने से परेशान रहते हैं, तो आध्यात्मिक संत प्रेमानंद महाराज जी के 5 आयुर्वेदिक और योग आधारित स्वास्थ्य मंत्र आपकी लाइफस्टाइल को बदल सकते हैं। यह उपाय सिर्फ कब्ज के इलाज नहीं, बल्कि एक संतुलित और ऊर्जावान जीवन की ओर पहला कदम हैं।
1. दिन की शुरुआत शुद्ध जल से करें
महाराज जी कहते हैं कि सुबह उठते ही एक-दो गिलास सादा पानी पीना शरीर का पहला स्नान होता है। यह आदत न सिर्फ आंतों को साफ करती है बल्कि रातभर शरीर में जमा हुए टॉक्सिन्स को बाहर निकालने में मदद करती है। इससे त्वचा साफ, मन शांत और पेट हल्का रहता है।
2. गुनगुना पानी + वज्रासन = कब्ज की छुट्टी
-यदि आपको नियमित रूप से पेट साफ न होने की शिकायत रहती है तो इस नुस्खे को जरूर अपनाएं।
-गुनगुना पानी पेट की मांसपेशियों को आराम देता है और आंतों की गतिविधि बढ़ाता है।
-वहीं वज्रासन पाचन को सक्रिय करता है और गैस की समस्या को कम करता है।
-महाराज जी के अनुसार इस सरल अभ्यास से सुबह का मल त्याग आसान होता है और पेट फूलना, दर्द जैसी समस्याएं दूर हो जाती हैं।
3. रेशेदार भोजन को बनाएं जीवन का हिस्सा
प्रेमानंद महाराज जी की तीसरी सलाह है—प्लेट में ज्यादा फाइबर। यानी रोज़ के आहार में शामिल करें:
-कच्चे फल
-सलाद
-अंकुरित अनाज
-हरी सब्जियां
फाइबर पेट में पानी सोखता है और मल को मुलायम बनाता है, जिससे वह आसानी से बाहर निकल जाता है।
4. भोजन का समय तय करें, सेहत खुद सुधरेगी
पाचन तंत्र का सीधा संबंध दिनचर्या से होता है।
महाराज जी के अनुसार:
दोपहर का भोजन दिन के सबसे सक्रिय समय यानी 12 से 2 बजे के बीच करें।
रात का खाना सूर्यास्त के बाद हल्का और जल्दी करें।
यह शरीर की प्राकृतिक घड़ी (circadian rhythm) को संतुलित रखता है, जिससे नींद अच्छी आती है और पाचन सही रहता है।
5. खाली पेट चाय छोड़िए, अपनाइए आयुर्वेदिक सुबह
सुबह-सुबह खाली पेट चाय पीना कितना नुकसान कर सकता है, इसका अंदाजा हमें नहीं होता।
इससे पेट में एसिडिटी बढ़ती है।
पाचन क्रिया धीमी हो जाती है।
इसके बजाय महाराज जी सलाह देते हैं कि दिन की शुरुआत गुनगुने पानी में नींबू या शहद के साथ करें। यह शरीर को डिटॉक्स करता है और ऊर्जा से भर देता है।
प्रेमानंद महाराज जी के नुस्खे क्यों अपनाएं?
इन सभी उपायों की खास बात है कि ये:
-नेचुरल हैं
-आयुर्वेद और योग पर आधारित हैं
-लाइफस्टाइल में बिना किसी खर्च या दवा के बदलाव लाते हैं
-अगर आप पेट की तकलीफ से जूझ रहे हैं और लंबे समय से राहत नहीं मिली, तो प्रेमानंद महाराज जी के ये 5 सुझाव न सिर्फ आपकी सुबह को बेहतर बनाएंगे, बल्कि आपकी पूरी दिनचर्या में शुद्धता और ऊर्जा भर देंगे। स्वस्थ पेट, स्वस्थ जीवन की कुंजी है। इसे हल्के में न लें।