Edited By Harman Kaur,Updated: 25 Aug, 2025 07:16 PM

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ‘ऑपरेशन सिंदूर' का जिक्र करते हुए सोमवार को कहा कि भारतीय सेना ने पाकिस्तान के कायराना हमलों का 'मुंहतोड़' जवाब दिया और निर्धारित लक्ष्यों पर सटीक हमले किए।
नेशनल डेस्क: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ‘ऑपरेशन सिंदूर' का जिक्र करते हुए सोमवार को कहा कि भारतीय सेना ने पाकिस्तान के कायराना हमलों का 'मुंहतोड़' जवाब दिया और निर्धारित लक्ष्यों पर सटीक हमले किए।जोधपुर में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा, ‘‘हमारे युवाओं की ऊर्जा और संकल्प ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भी हमने देखा है।... हमारी सेनाओं ने पाकिस्तान के कायराना हमलों का मुंहतोड़ जवाब दिया है।'' सिंह ने कहा कि भारत ‘‘वसुधैव कुटुम्बकम्'' के सिद्धांत में विश्वास करता है और जाति, पंथ या धर्म के आधार पर कोई भेदभाव नहीं करता, लेकिन आतंकवादियों ने लोगों को उनके धर्म के आधार पर निशाना बनाया।
जाति, धर्म, पंथ के नाम पर हम भेदभाव करने वाले नहीं हैं- राजनाथ सिंह
उन्होंने कहा, ‘‘हम पूरे विश्व को ही अपना परिवार मानते हैं। जाति, धर्म, पंथ के नाम पर हम भेदभाव करने वाले नहीं हैं। लेकिन आतंकवादियों ने पहलगाम में धर्म पूछकर लोगों को मारा।'' उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन हमारी सेना के जवानों ने आतंकवादियों को शह देने वालों और आतंकवादी घटनाओं में संलिप्त लोगों को मारा।...उनका धर्म देखकर नहीं मारा बल्कि उनका कर्म देखकर मारा है।''
उन्होंने कहा कि पहलगाम घटना के बाद उन्होंने तीनों सेना प्रमुखों को बुलाया और पूछा कि क्या वे ऑपरेशन के लिए तैयार हैं? उन्होंने कहा, "हमारे तीनों सेनाओं के प्रमुखों ने एक स्वर में कहा, 'हम किसी भी प्रकार के ऑपरेशन के लिए तैयार हैं।' यह भारत है।'' उन्होंने कहा कि इसके बाद प्रधानमंत्री ने आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने कहा, ‘‘इस ऑपरेशन की सबसे बड़ी विशेषता थी कि आक्रमण के लिए जो लक्ष्य तय किया था... ठीक उसी लक्ष्य पर हमारी सेना ने सटीक हमला किया। मैं तो यहां तक कहना चाहूंगा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान हमारी सेनाओं को सभी सीमावर्ती क्षेत्रों से पूरा समर्थन मिला।''
भारतीय सशस्त्र बलों ने मई में ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकवादी समूहों से जुड़े कई ठिकानों पर सटीक हमले किए। इस अभियान का उद्देश्य 22 अप्रैल के पहलगाम हमले के बाद आतंकवादी ढांचे को नष्ट करना और प्रमुख आतंकवादियों को नेस्तनाबूद करना था। इस कार्यक्रम के दौरान, उन्होंने जोधपुर में एक खेल अकादमी का उद्घाटन किया। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और अन्य नेता भी उपस्थित थे।