Edited By Rohini Oberoi,Updated: 28 Sep, 2025 02:43 PM
OpenAI के सीईओ सैम ऑल्टमैन ने एक बार फिर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के भविष्य को लेकर बड़ा बयान दिया है। Axel Springer Award लेते समय उन्होंने चेतावनी दी कि AI सिस्टम उम्मीद से कहीं ज़्यादा तेज़ी से विकसित हो रहे हैं और जल्द ही यह इंसानी समाज को...
नेशनल डेस्क। OpenAI के सीईओ सैम ऑल्टमैन ने एक बार फिर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के भविष्य को लेकर बड़ा बयान दिया है। Axel Springer Award लेते समय उन्होंने चेतावनी दी कि AI सिस्टम उम्मीद से कहीं ज़्यादा तेज़ी से विकसित हो रहे हैं और जल्द ही यह इंसानी समाज को पूरी तरह बदल देगा।
2030 तक AI का 'सुपरइंटेलिजेंस' स्तर
AI का विकास इतना तीव्र है कि यह अगले कुछ सालों में अभूतपूर्व क्षमताएं हासिल कर लेगा। ऑल्टमैन ने साफ तौर पर स्वीकार किया, "GPT-5 पहले से ही मुझसे और कई लोगों से अधिक स्मार्ट है।"
उनका मानना है कि आने वाले दशक के अंत तक AI वैज्ञानिक खोजों तक भी पहुंच सकता है जिन्हें इंसान अकेले हासिल नहीं कर सकते। उन्होंने कहा अगर 2030 तक हमारे पास ऐसे मॉडल नहीं हुए जो इंसानों से परे कार्य कर सकें तो यह चौंकाने वाली बात होगी।

समस्या समाधान
AI सुपरइंटेलिजेंस के स्तर तक पहुंच सकता है जिससे यह ऐसी समस्याओं का हल खोज पाएगा जिनसे इंसान खुद नहीं निपट सकते।
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नौकरी बाजार पर सबसे बड़ा खतरा
ऑल्टमैन ने चेतावनी दी कि AI का सबसे बड़ा और तत्काल असर नौकरी बाजार पर दिखेगा। उनके अनुसार यह तकनीक आने वाले वर्षों में 30% से 40% तक कार्यों को स्वचालित कर सकती है। यानी कई मौजूदा नौकरियां खत्म होंगी।

नए रोल की ज़रूरत
हालाँकि इसके साथ ही नए तरह के रोल भी सामने आएंगे। ऑल्टमैन ने जोर दिया कि इंसानों के लिए सबसे अहम होगा कि वे 'सीखना कैसे सीखें' जैसी मेटा-स्किल (Meta-skill) विकसित करें।
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कंप्यूटिंग की तीसरी क्रांति: AI-आधारित डिवाइस
ऑल्टमैन ने संकेत दिया कि OpenAI सिर्फ सॉफ्टवेयर तक सीमित नहीं है बल्कि हार्डवेयर में भी कदम रख रही है।

नए डिवाइस: कंपनी AI-आधारित डिवाइस तैयार करने पर विचार कर रही है जो पारंपरिक ऐप्स और नोटिफिकेशन से आगे बढ़ेंगे।
टास्क मैनेजमेंट: ये डिवाइस इंसानों के लिए पूरी तरह AI-चालित टास्क मैनेजमेंट मुहैया कराएंगे। उन्होंने इसे कंप्यूटिंग की तीसरी बड़ी क्रांति बताया जो कीबोर्ड और टचस्क्रीन के बाद अगला बड़ा बदलाव होगा।
इंसानी मूल्य और भविष्य के नेता
बढ़ते AI के नैतिक पहलुओं पर ऑल्टमैन ने कहा कि यह ज़रूरी है कि तकनीक हमेशा इंसानी मूल्यों के अनुरूप रहे ताकि दुष्परिणामों से बचा जा सके।

पेरेंटिंग सलाह: अपनी नई पेरेंटिंग यात्रा पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि वह चाहते हैं कि उनका बेटा रचनात्मकता, लचीलापन और अनुकूलन जैसी स्किल्स के साथ बड़ा हो।
राजनीति में AI: उन्होंने यह भी जोड़ा कि भविष्य में नेता और राजनेता AI पर और अधिक निर्भर होंगे हालाँकि बड़े और अंतिम फैसले हमेशा इंसान ही लेंगे।
OpenAI का दावा है कि उनका सबसे बड़ा मकसद तकनीक को सुरक्षित, नैतिक और मानव-केंद्रित बनाए रखना है।