Edited By Rohini Oberoi,Updated: 21 Nov, 2025 02:13 PM

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में वायु प्रदूषण के लगातार बढ़ते और खतरनाक स्तर को देखते हुए दिल्ली सरकार ने एक बड़ा और कड़ा फैसला लिया है। सरकार ने नवंबर और दिसंबर इन दो महीनों के लिए सभी स्कूल और कॉलेजों में सभी प्रकार की खेल गतिविधियों (Sports...
नेशनल डेस्क। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में वायु प्रदूषण के लगातार बढ़ते और खतरनाक स्तर को देखते हुए दिल्ली सरकार ने एक बड़ा और कड़ा फैसला लिया है। सरकार ने नवंबर और दिसंबर इन दो महीनों के लिए सभी स्कूल और कॉलेजों में सभी प्रकार की खेल गतिविधियों (Sports Activities) पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है।
दिल्ली सरकार का अहम फैसला
बढ़ते प्रदूषण के स्वास्थ्य पर पड़ रहे गंभीर प्रभावों को देखते हुए दिल्ली सरकार ने एक अहम फैसला लिया है।
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रोक: अब दिल्ली के सभी स्कूल-कॉलेजों में नवंबर और दिसंबर महीने के लिए सभी प्रकार की खेल गतिविधियों (Sports Activities) पर पूर्ण रोक लगा दी गई है।
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कारण: यह निर्णय बच्चों और युवाओं को प्रदूषित हवा के सीधे संपर्क में आने से बचाने के लिए लिया गया है।
सुप्रीम कोर्ट की चिंता के बाद लिया गया निर्णय
यह फैसला ऐसे समय में आया है जब दो दिन पहले ही सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली-NCR में प्रदूषण के खतरनाक स्तर को लेकर गंभीर चिंता व्यक्त की थी। कोर्ट ने प्रदूषण को विशेष रूप से बच्चों के लिए घातक बताया था। सुप्रीम कोर्ट ने वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) को स्पष्ट रूप से कहा था कि खराब हवा में खेल गतिविधियां जारी रखना बच्चों के स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हो सकता है। कोर्ट ने आयोग को नवंबर-दिसंबर में होने वाले खेल आयोजनों को स्थगित करने पर विचार करने को कहा था।
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अंडर-23 क्रिकेट टूर्नामेंट भी दिल्ली से बाहर
प्रदूषण के कारण केवल स्थानीय स्कूल और कॉलेज स्तर के खेल ही नहीं बल्कि राष्ट्रीय स्तर के खेल आयोजनों पर भी असर पड़ रहा है। पुरुष श्रेणी के सालाना अंडर-23 वनडे टूर्नामेंट के नॉकआउट स्टेज को दिल्ली से मुंबई शिफ्ट कर दिया गया है। मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन को 25 नवंबर से 1 दिसंबर तक इन मैचों की मेज़बानी के लिए तैयार रहने को कहा गया है। हालांकि यह जानकारी बोर्ड ने लिखित में नहीं, बल्कि मौखिक तौर पर दी है।
यह कार्रवाई दर्शाती है कि दिल्ली में वायु गुणवत्ता का स्तर इतना खराब हो चुका है कि अब बच्चों और खिलाड़ियों के लिए खुली हवा में किसी भी तरह की शारीरिक गतिविधि करना सुरक्षित नहीं रह गया है।