ड्रैगन को झटकाः चीन छोड़कर भारत आएंगी ताइवानी कंपनियां, मुंबई में तीसरा केंद्र खोलने का ऐलान

Edited By Updated: 06 Jul, 2023 11:24 AM

taiwan to establish  tecc  in mumbai to bolster ties with india

चीन के साथ संबंधों में तनाव के चलते ताइवान ने भारत को लेकर बड़ा ऐलान किया है। ताइवान सरकार ने ड्रैगन को झटका देते हुए बुधवार को...

इंटरनेशनल डेस्कः चीन के साथ संबंधों में तनाव के चलते ताइवान ने भारत को लेकर बड़ा ऐलान किया है। ताइवान सरकार ने ड्रैगन को झटका देते हुए बुधवार को कहा कि वह भारत के साथ सहयोग को और प्रगाढ़ करने के व्यापक उद्देश्य के तहत मुंबई में ताइपे आर्थिक और सांस्कृतिक केंद्र (TECC) स्थापित करेगी। मौजूदा समय में, ताइवान के पास दिल्ली और चेन्नई में TECC हैं। भारत की वित्तीय राजधानी में TECC स्थापित करने का ताइवान का निर्णय ऐसे समय में आया है जब प्रमुख ताइवानी कंपनियां अपने उत्पादन इकाइयां चीन से भारत, अमेरिका और यूरोप और उत्तरी अमेरिका के देशों में स्थानांतरित करने पर विचार कर रही हैं। 


ताइपे आर्थिक और सांस्कृतिक केंद्र (TECC) नाम का यह कार्यालय मुंबई में खोला जाएगा। नई दिल्ली और चेन्नई में ताइवानी राजनयिक कार्यालय पहले से ही ऑपरेशनल हैं। ताइवान को एक देश के रूप में मान्यता नहीं है। ऐसे में इनके राजनयिक कार्यालयों को आर्थिक और सांस्कृतिक केंद्र के तौर पर जाना जाता है, हालांकि, यहां सभी काम एक दूतावास के जैसे ही होते हैं।  भारत में ताइवान के प्रतिनिधि (राजदूत) बाउशुआन गेर ने कहा कि हाल के वर्षों में चीनी गणराज्य (ताइवान) और भारत गणराज्य के बीच अर्थशास्त्र और व्यापार, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, महत्वपूर्ण आपूर्ति श्रृंखला, संस्कृति, शिक्षा और पारंपरिक चिकित्सा सहित कई क्षेत्रों में महत्वपूर्ण प्रगति देखी गई है। इसे देखते हुए ताइवान सरकार दोनों देशों के बीच आदान-प्रदान और सहयोग को और गहरा करने के लिए मुंबई में ताइपे आर्थिक और सांस्कृतिक केंद्र (TECC) की स्थापना करेगी। यहां से ताइवानी नागरिकों और विदेशी नागरिकों को वीजा, एजुकेशन, डॉक्यूमेंटेशन संबंधी सुविधा प्रदान की जाएगी।

 

ताइवानी कार्यालय ने कहा कि चेन्नई में TECC की शुरुआत 2012 में की गई थी। भारत में निवेश करने वाले और कारखाने खोलने वाले ताइवानी बिजनेस में से 60 फीसदी दक्षिण भारत में ऑपरेट कर रहे हैं। ऐसे में चेन्नई और इसके आसपास के क्षेत्रों को ताइवानी मैन्यूफैक्चरिंग इंडस्ट्रीज के निवेश से बहुत लाभ हुआ है। मुंबई में टीईसीसी की स्थापना से पश्चिमी भारत में भी इसी तरह का प्रभाव पड़ने की उम्मीद है।बयान में कहा गया है कि भारत 2022 में दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया। इस साल भारत सबसे बड़ी आबादी वाला देश भी बना है। अपने विशाल बाजार और व्यवसायिक अवसरों के साथ भारत वैश्विक उद्यमों के लिए एक प्रमुख निवेश स्थल के रूप में उभरा है। मुंबई भारत का सबसे बड़ा शहर है, जो देश के वित्तीय केंद्र के रूप में कार्य करता है। यहां का बंदरगाह भी भारत के व्यापार में बहुत बड़ी भूमिका अदा करता है। अमेरिका, जापान, यूनाइटेड किंगडम और ऑस्ट्रेलिया सहित कई देशों ने मुंबई में वाणिज्य दूतावास स्थापित किए हैं। 

 

ताइवान के इस ऐलान से चीन के भड़कने की पूरी संभावना है। चीन शुरू से ही ताइवान को अपना हिस्सा बताता आया है और किसी भी देश के साथ उसके संबंधों का विरोध करता है।  दरअसल, चीन शुरू से ही ताइवान को अपना हिस्सा मानता है। चीन के लगभग हर राष्ट्रपति ताइवान को ताकत के दम पर मिलाने की धमकी दे चुके हैं। वर्तमान राष्ट्रपति शी जिनपिंग भी ताइवान पर हमले की धमकियां देते रहे हैं। इसके बावजूद ताइवान खुद को एक स्वतंत्र देश होने का दावा करता है। ताइवान को एक स्वतंत्र देश के रूप में किसी ने भी मान्यता नहीं दी है। चीन दुनिया के किसी भी देश से ताइवान के संबंधों का पुरजोर विरोध करता है।

 

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