Edited By Anu Malhotra,Updated: 05 Sep, 2025 03:54 PM

आपने शायद कभी यह कल्पना भी नहीं की होगी कि किसी की आंख से दांत निकल सकता है, लेकिन बिहार में ऐसा एक अविश्वसनीय और दुर्लभ मामला सामने आया है जिसने न केवल मरीज को हैरानी में डाल दिया, बल्कि डॉक्टरों को भी चौंका दिया। पटना स्थित इंदिरा गांधी...
नेशनल डेस्क : आपने शायद कभी यह कल्पना भी नहीं की होगी कि किसी की आंख से दांत निकल सकता है, लेकिन बिहार में ऐसा एक अविश्वसनीय और दुर्लभ मामला सामने आया है जिसने न केवल मरीज को हैरानी में डाल दिया, बल्कि डॉक्टरों को भी चौंका दिया। पटना स्थित इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (IGIMS) में सामने आए इस केस ने मेडिकल जगत में चर्चा का विषय बना दिया है। यह मामला मानव शरीर की जटिलता और अनदेखे रहस्यों की एक झलक पेश करता है।
मामला क्या है?
बिहार के एक युवक को आंख में लगातार दर्द और सूजन की समस्या हो रही थी। जब समस्या लंबे समय तक बनी रही तो वह इलाज के लिए IGIMS, पटना पहुंचा। डॉक्टरों ने उसकी आंख का गहराई से परीक्षण किया और CBCT (Cone Beam Computed Tomography) स्कैन कराया। जांच रिपोर्ट देखकर डॉक्टर हैरान रह गए—मरीज की आंख के पास एक दांत उग आया था, जो कि बेहद असामान्य स्थिति है।
क्या है इस स्थिति का कारण?
डॉक्टरों के अनुसार यह मामला 'डेवलपमेंटल एनोमली' यानी विकास प्रक्रिया में गड़बड़ी का है। जब भ्रूण (फीटस) मां के गर्भ में विकसित हो रहा होता है, उसी दौरान शरीर के विभिन्न अंगों और ऊतकों का निर्माण होता है। इस प्रक्रिया के दौरान कभी-कभी दांत बनने वाली कोशिकाएं गलत जगह पर सक्रिय हो जाती हैं, जिससे दांत मुंह की बजाय शरीर के किसी अन्य हिस्से-जैसे इस केस में आंख के पास-में विकसित हो सकता है। इसे मेडिकल टर्म में हेटरोटोपिक टुथ (Heterotopic Tooth) कहा जाता है।
कितना दुर्लभ है यह केस?
दुनिया भर में ऐसे मामलों की संख्या बहुत ही सीमित है। भारत में यह संभवतः पहला ऐसा प्रामाणिक रूप से रिपोर्ट किया गया केस है, जिसमें दांत आंख के समीप उगा हो। यह स्थिति इतनी अनोखी है कि इसे मेडिकल जर्नल्स और केस स्टडीज़ में शामिल किया जाना तय माना जा रहा है।
मरीज को क्या दिक्कतें हो सकती थीं?
आंख के इतने करीब दांत का होना काफी खतरनाक साबित हो सकता था। यह दांत आंख की मांसपेशियों और नसों पर दबाव डाल सकता था, जिससे मरीज की दृष्टि (विज़न) प्रभावित हो सकती थी। इसके अलावा, लगातार दर्द, जलन और सूजन की समस्या बनी रह सकती थी। समय रहते इलाज न होता तो यह स्थिति और जटिल सर्जिकल हस्तक्षेप की मांग कर सकती थी।
कैसे हुआ इलाज?
IGIMS के विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम ने इस दांत को सफलतापूर्वक सर्जरी के जरिए हटा दिया। सर्जरी के बाद मरीज की स्थिति स्थिर है और उसे किसी प्रकार की दृष्टिगत हानि नहीं हुई है।
क्या कहते हैं विशेषज्ञ?
IGIMS के डॉक्टरों का कहना है कि यह मामला मेडिकल साइंस के लिए एक अध्ययन योग्य विषय है। “हमने जीवन में कई जटिल सर्जरी की हैं, लेकिन आंख में दांत उगने जैसा केस पहली बार देखा। यह मानव शरीर की जटिलता और विकास प्रक्रिया की अनियमितताओं का अद्भुत उदाहरण है।”