Edited By Mehak,Updated: 16 Sep, 2025 03:09 PM

भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक वार्ता आज (16 सितंबर 2025) से दिल्ली में शुरू हो गई है। यह वार्ता इसलिए अहम है क्योंकि पिछले महीने अमेरिका ने भारत पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगा दिया था। दोनों देशों के प्रतिनिधि दल पहली बार आमने-सामने बैठकर इस मुद्दे पर...
नेशनल डेस्क : भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक वार्ता आज (16 सितंबर 2025) से दिल्ली में शुरू हो गई है। यह वार्ता इसलिए अहम है क्योंकि पिछले महीने अमेरिका ने भारत पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगा दिया था। दोनों देशों के प्रतिनिधि दल पहली बार आमने-सामने बैठकर इस मुद्दे पर चर्चा कर रहे हैं। अमेरिका का प्रतिनिधि दल सोमवार रात भारत पहुंचा। अब सवाल यह उठता है कि अगर व्यापार समझौता (Trade Deal) फाइनल हुआ, तो क्या अमेरिका भारत पर लगाए गए टैरिफ को घटाएगा।
भारत की मांग और अमेरिका की शर्तें
अमेरिका का प्रतिनिधि दल US चीफ नेगोशिएटर ब्रेंडन लिंच के नेतृत्व में है। भारत की ओर से वार्ता में वित्त विभाग के स्पेशल सेक्रेटरी राजेश अग्रवाल शामिल हैं।
- अमेरिका की मांग है कि भारत कृषि और डेयरी बाजार खोले।
- भारत ने इसे अस्वीकार करते हुए मांग की कि टैरिफ में छूट मिले और एक स्थायी व्यापार ढांचा बनाया जाए।
- अमेरिकी प्रतिनिधि दल का उद्देश्य व्यापारिक संबंधों को गहरा करना, निवेश माहौल सुधारना और व्यापार घाटे को संतुलित करना है।
नवंबर तक हो सकता प्रारंभिक समझौता
भारत के वाणिज्य मंत्रालय ने संकेत दिया है कि अक्टूबर-नवंबर तक प्रारंभिक व्यापार समझौते (Preliminary Trade Deal) हो सकते हैं। ब्रेंडन लिंच दक्षिण और मध्य एशिया के व्यापार मामलों के लिए अमेरिका के असिस्टेंट ट्रेड रिप्रेजेंटेटिव नियुक्त हैं। वह US-India Trade Policy Forum (TPF) को भी मैनेज कर रहे हैं।
पिछली वार्ता और वर्तमान चर्चा
मार्च 2025 से अगस्त 2025 तक भारत और अमेरिका के बीच 5 दौर की द्विपक्षीय व्यापार वार्ता हो चुकी है। अगस्त में छठे दौर की वार्ता 50 प्रतिशत टैरिफ विवाद के कारण स्थगित हो गई थी। भारत के मुख्य वार्ताकार और वाणिज्य मंत्रालय में विशेष राजेश अग्रवाल ने बताया कि आज की वार्ता छठे दौर की नहीं, बल्कि व्यापारिक चर्चा है। इसका उद्देश्य समझौते तक पहुंचने का रास्ता आसान बनाना और वार्ता का माहौल सामान्य बनाना है।