iPhone आखिर अमेरिका में क्यों नहीं बनता? जानिए भारत और चीन को क्यों चुना Apple ने

Edited By Updated: 25 May, 2025 06:42 PM

why isn t the iphone made in america

Apple एक अमेरिकी कंपनी है, लेकिन इसके आइकॉनिक iPhone की मैन्युफैक्चरिंग अमेरिका में नहीं होती। “Designed in California” का टैग जरूर इसके अमेरिकी जुड़ाव को दर्शाता है, लेकिन असल निर्माण भारत और चीन जैसे एशियाई देशों में होता है।

नेशनल डेस्क:  Apple एक अमेरिकी कंपनी है, लेकिन इसके आइकॉनिक iPhone की मैन्युफैक्चरिंग अमेरिका में नहीं होती। “Designed in California” का टैग जरूर इसके अमेरिकी जुड़ाव को दर्शाता है, लेकिन असल निर्माण भारत और चीन जैसे एशियाई देशों में होता है। दरअसल हाल ही में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने Apple को सख्त संदेश दिया था कि iPhone का निर्माण अब अमेरिका में ही होना चाहिए। उनका साफ कहना था कि अगर Apple ऐसा नहीं करता, तो iPhone पर 25% तक अतिरिक्त टैक्स लगाया जाएगा। ट्रंप का मकसद अमेरिका के मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर को मज़बूत करना और Apple जैसी दिग्गज कंपनियों को अमेरिका में उत्पादन के लिए प्रोत्साहित करना है। लेकिन सवाल ये है कि जब Apple खुद अमेरिका की कंपनी है, तो वो अपने सबसे बड़े प्रोडक्ट यानी iPhone को अमेरिका में क्यों नहीं बनाती?

अमेरिका में उत्पादन इतना मुश्किल क्यों?

Apple के CEO टिम कुक की माने तो iPhone जैसी हाई-टेक डिवाइस को अमेरिका में बनाना बेहद खर्चीला और मुश्किल है।

  1. महंगा श्रम: अमेरिका में मजदूरी चीन या भारत के मुकाबले कई गुना ज्यादा है।

  2. कड़े श्रम कानून: काम के घंटे, सुविधाएं और सुरक्षा के नियम सख्त हैं, जिससे उत्पादन में देरी होती है।

  3. इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी: अमेरिका में उस स्तर का सप्लाई चेन इकोसिस्टम नहीं है, जैसा चीन और अब भारत में है।

  4. महंगा उत्पादन ढांचा: अमेरिका में कारखाने और उत्पादन इकाइयाँ खड़ी करना बहुत ज्यादा लागत वाला काम है।

Counterpoint Research के निदेशक तरुण पाठक बताते हैं कि अगर iPhone को अमेरिका में बनाया जाए, तो उसकी कीमत $100 से $200 तक बढ़ सकती है। इससे भारत जैसे संवेदनशील बाजारों में इसकी बिक्री पर नकारात्मक असर पड़ेगा।

चीन और भारत क्यों हैं Apple की पहली पसंद?

1. चीन: टेक्नोलॉजी और कुशल श्रमिकों का गढ़

चीन में Foxconn जैसी बड़ी कंपनियों ने Apple के लिए एक मजबूत निर्माण ढांचा तैयार किया है। वहाँ:

  • उच्च तकनीक वाली मशीनें पहले से मौजूद हैं

  • प्रशिक्षित कर्मचारी बड़ी संख्या में उपलब्ध हैं

  • उत्पादन की लागत भी अपेक्षाकृत कम है

  • सप्लाई चेन सिस्टम बेहद तेज और कुशल है

2. भारत: उभरता उत्पादन हब

Apple ने चीन पर निर्भरता कम करने के लिए भारत की ओर रुख किया है। इसके पीछे कई कारण हैं:

  • भारत सरकार की PLI (Production-Linked Incentive) योजना ने Apple को आकर्षित किया

  • Make in India अभियान ने उत्पादन को बढ़ावा दिया

  • भारत में Tata, Pegatron और Foxconn जैसी कंपनियों ने मिलकर iPhone असेंबली शुरू कर दी

  • तमिलनाडु, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश जैसे राज्यों में iPhone का बड़े स्तर पर निर्माण हो रहा है

भारत में बने iPhones अब अमेरिका भी जा रहे

Apple ने भारत से निर्माण को न सिर्फ स्थानीय बिक्री के लिए, बल्कि अमेरिका तक पहुंचा दिया है। अप्रैल 2025 में जब अमेरिका में iPhone पर नया टैक्स लागू होना था, उससे पहले ही Apple ने भारत से 5 कार्गो प्लेन भरकर iPhones अमेरिका भेज दिए। टिम कुक खुद कह चुके हैं कि साल 2027 तक भारत में बना iPhone अमेरिका में बड़ी संख्या में बेचा जाएगा। यह एक ऐतिहासिक बदलाव है, जिससे भारत एक ग्लोबल मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में उभर रहा है।

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