Edited By Ajay Chandigarh,Updated: 26 Dec, 2025 06:29 PM
भारत में निवेश को लंबे समय तक एक बड़ा और जटिल फैसला माना जाता रहा है। आम धारणा यही रही है कि निवेश के लिए मोटी रकम, स्थिर आय और बाजार की अच्छी समझ जरूरी होती है। इसी सोच के कारण बहुत से लोग निवेश से दूरी बनाए रखते हैं। लेकिन अब तस्वीर धीरे-धीरे बदल...
(वेब डेस्क): भारत में निवेश को लंबे समय तक एक बड़ा और जटिल फैसला माना जाता रहा है। आम धारणा यही रही है कि निवेश के लिए मोटी रकम, स्थिर आय और बाजार की अच्छी समझ जरूरी होती है। इसी सोच के कारण बहुत से लोग निवेश से दूरी बनाए रखते हैं। लेकिन अब तस्वीर धीरे-धीरे बदल रही है। निवेश अब सिर्फ महीने के अंत में किया जाने वाला काम नहीं रहा, बल्कि रोज़मर्रा की ज़िंदगी की एक छोटी और आसान आदत बनता जा रहा है। इस बदलाव के केंद्र में है डेली SIP, जिसने निवेश की शुरुआत को पहले से कहीं ज्यादा सरल बना दिया है।
पारंपरिक मंथली SIP में एक तय तारीख और एक निश्चित राशि का दबाव होता है। वहीं डेली SIP इस दबाव को खत्म कर देती है। रोज़ ₹10 या ₹20 निवेश करना खर्च जैसा महसूस नहीं होता, लेकिन यही छोटी रकम समय के साथ बड़ा असर दिखा सकती है। यह तरीका खासतौर पर पहली बार निवेश करने वालों और अनियमित आय वाले लोगों के लिए ज्यादा सहज है।
नीलेश डी नाइक, हेड ऑफ़ इन्वेस्टमेंट प्रोडक्ट्स, शेयर.मार्केट (फोनपे वेल्थ) कहते हैं, “डेली इन्वेस्टिंग, वेल्थ क्रिएशन को एक बड़े और डराने वाले फैसले से बदलकर रोज़ की आदत बना देती है। छोटी राशि होने की वजह से यह नए निवेशकों को शुरुआत करने का भरोसा देती है।”
डेली निवेश का एक अहम फायदा यह भी है कि यह बाजार के उतार-चढ़ाव के दौरान भावनात्मक फैसलों को कम करता है। जब निवेश रोज़ और छोटी राशि में होता है, तो बाजार की गिरावट या तेजी से घबराहट नहीं होती। इससे निवेशक लंबे समय तक निवेश से जुड़े रहते हैं और अनुशासन बना रहता है, जो वेल्थ क्रिएशन के लिए बेहद जरूरी है।
निवेश की शुरुआत करने वाले लोगों के लिए अक्सर यह सवाल होता है कि पहले सालों में कितनी रकम लगानी चाहिए। विशेषज्ञों का मानना है कि शुरुआती दौर में रकम से ज़्यादा निरंतरता मायने रखती है। नीलेश डी नाइक के अनुसार, “शुरुआती सालों में निवेश की राशि से ज़्यादा कंसिस्टेंसी जरूरी होती है। लंबे समय तक नियमित निवेश करने से जोखिम घटता है और निवेशक को बाजार के उतार-चढ़ाव से निपटने में मदद मिलती है।”
जैसे-जैसे आय बढ़ती है, निवेश की राशि भी बढ़ाई जा सकती है, लेकिन अगर नियमित निवेश की आदत नहीं बनी, तो बड़ी रकम भी असर नहीं दिखा पाती।
इसी सोच के साथ शेयर.मार्केट ने डेली SIP की सुविधा पेश की है, ताकि निवेश हर किसी के लिए सुलभ हो सके। सिर्फ ₹10 से शुरुआत और UPI ऑटोपे के ज़रिए आसान सेटअप निवेश की पहली रुकावट को दूर कर देता है। यह खासतौर पर छोटे शहरों, पहली बार निवेश करने वालों और रोज़ाना कैशफ़्लो पर निर्भर लोगों के लिए उपयोगी है।
नीलेश डी नाइक बताते हैं, “डेली SIP के ज़रिए हम निवेश की झिझक को कम करना चाहते हैं और ज्यादा से ज्यादा लोगों को रेगुलेटेड कैपिटल मार्केट प्रोडक्ट्स से जोड़ना चाहते हैं।”
शेयर.मार्केट नए और अनुभवी दोनों तरह के निवेशकों की जरूरतों को ध्यान में रखकर बनाया गया है। नए यूज़र्स के लिए आसान शुरुआत और पूरा कंट्रोल है, वहीं अनुभवी निवेशकों के लिए इक्विटी, गोल्ड और मल्टी-एसेट जैसे कई विकल्प मौजूद हैं, जिन्हें वे अपनी जरूरत और जोखिम क्षमता के अनुसार चुन सकते हैं।
कुल मिलाकर, आज वेल्थ क्रिएशन की राह किसी बड़े कदम से नहीं, बल्कि रोज़ के छोटे फैसलों से बन रही है। ₹10 की रोज़ की आदत, आने वाले कल को आर्थिक रूप से ज्यादा सुरक्षित और मजबूत बना सकती है।