Edited By Shubham Anand,Updated: 29 Sep, 2025 08:52 PM

लिवर या जिगर शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग है, जो खाना पचाने, टॉक्सिन्स निकालने और कोलेस्ट्रॉल नियंत्रित करने में मदद करता है। फैटी लिवर और सूजन के कारण पेट में दर्द, थकान, पीलिया, मतली और पेशाब के रंग में बदलाव जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। समय पर इलाज...
नेशनल डेस्क : शरीर का हर अंग महत्वपूर्ण होता है, लेकिन लिवर या जिगर का स्वास्थ्य बनाए रखना विशेष रूप से आवश्यक है। लिवर खाना पचाने, टॉक्सिन्स बाहर निकालने, कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करने, पित्त का उत्पादन और ग्लूकोज स्टोर करने का काम करता है। यह शरीर का सबसे बड़ा अंग है और स्वाभाविक रूप से खुद को ठीक भी कर सकता है, लेकिन लिवर में कई बार समस्याएं उत्पन्न हो जाती हैं, जिनके संकेत पहचानना जरूरी है।
लिवर सूजन या फैटी लिवर के कारण
लिवर की कोशिकाओं में फैट बढ़ने पर सूजन शुरू हो जाती है, जिसे फैटी लिवर कहा जाता है। इस स्थिति में शरीर की कैलोरी फैट में बदलने लगती है और लिवर सेल्स में जमने लगता है। लिवर में सूजन कई कारणों से हो सकती है, जैसे- वायरल इंफेक्शन, अत्यधिक शराब का सेवन, फैटी लिवर, कुछ दवाओं के साइड इफेक्ट्स या ऑटोइम्यून बीमारियां।
लक्षण
सर गंगाराम अस्पताल के गैस्ट्रोलॉजी विभाग के HOD डॉ. अनिल अरोड़ा के अनुसार, लिवर में सूजन आने पर पेट के ऊपरी हिस्से में दर्द या भारीपन महसूस होता है। भूख कम लगना, लगातार थकान, मतली या उल्टी, आंखों और त्वचा का पीला पड़ना (पीलिया), पेशाब का गहरा रंग और मल का हल्का रंग भी लिवर सूजन के संकेत हैं। इसके अलावा शरीर और पैरों में सूजन या बार-बार बुखार आने की समस्या भी हो सकती है।
लिवर सूजन के खतरे
लिवर में सूजन को नजरअंदाज करना खतरनाक हो सकता है। समय पर इलाज न लेने पर यह गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है, जैसे:
सिरोसिस: लिवर की कोशिकाएं खराब हो जाती हैं।
लिवर फेलियर: लिवर पूरी तरह काम करना बंद कर सकता है।
लिवर कैंसर: लंबे समय तक सूजन और सिरोसिस का इलाज न कराने पर लिवर कैंसर का खतरा बढ़ जाता है।
बचाव के उपाय
हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाएं।
शराब और तंबाकू का सेवन बिल्कुल न करें।
तेल और प्रोसेस्ड फूड से दूरी बनाएं।
ताजा फल, सब्जियां और साबुत अनाज खाएं।
वजन को नियंत्रित रखें और नियमित एक्सरसाइज करें।
हेपेटाइटिस A और B का टीकाकरण करवाएं।
बिना डॉक्टर की सलाह के कोई दवा न लें।