117 वर्षों से लगातार जल रहा ये बल्ब, गिनीज बुक में दर्ज है रिकॉर्ड

Edited By Punjab Kesari,Updated: 18 Mar, 2018 11:42 AM

the bulb burning continuously for 117 years

एक बल्ब पिछले 117 साल से लगातार जल रहा है। ‘सैंटेनियल लाइट’ के नाम से मशहूर हो चुका यह बल्ब कभी फ्यूज नहीं हुआ। अमेरिकी प्रांत कैलिफोर्निया के लिवरमोर शहर में 1901 में एक बल्ब लगाया गया था। लिवरमोर के एक दमकल केंद्र में लगा यह बल्ब तब से अब तक...

इंटरनेशनल डेस्कः एक बल्ब पिछले 117 साल से लगातार जल रहा है। ‘सैंटेनियल लाइट’ के नाम से मशहूर हो चुका यह बल्ब कभी फ्यूज नहीं हुआ। अमेरिकी प्रांत कैलिफोर्निया के लिवरमोर शहर में 1901 में एक बल्ब लगाया गया था। लिवरमोर के एक दमकल केंद्र में लगा यह बल्ब तब से अब तक लगातार जल रहा है। 4 वॉट बिजली से चलने वाला यह बल्ब कभी फ्यूज नहीं हुआ। दिन में यह चौबीसों घंटे जला रहता है। दमकलकर्मियों के अनुसार 1937 में पहली बार बिजली की लाइन बदलने की वजह से बल्ब को बंद किया गया था। तार बदलने के बाद बल्ब फिर जगमगाने लगा। 2001 में संगीत और पार्टी के साथ बल्ब का 100वां जन्मदिन मनाया गया था। बल्ब के सीधे प्रसारण को दिखाने के लिए वहां एक वैबकैमरा भी लगा दिया गया। गत 3 दशकों से लगातार बड़ी संख्या में लोग इस बल्ब को देखने जाते हैं। यह बल्ब अपने आप में एक म्यूजियम बन चुका है।

तार हुई खराब बल्ब नहीं
2013 में सीधे प्रसारण के दौरान बल्ब बुझ गया। तब खबर आई कि बल्ब आखिरकार फ्यूज हो गया है लेकिन पता चला कि बल्ब बिल्कुल सही-सलामत था जबकि उस तक बिजली पहुंचाने वाली 76 वर्ष पुरानी तारें खराब हो गई थीं। लाइन की मुरम्मत के बाद लिवरमोर सैंटेनियल लाइट बल्ब फिर रोशन हो गया। गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में शामिल यह बल्ब अब भी जगमगा रहा है।

खूब लोकप्रिय है यह बल्ब
इस बल्ब को देखने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं। यहां आने वालों की संख्या में गत कुछ समय से बड़ी वृद्धि हुई है। यहां आने वालों की बड़ी संख्या को देख कर लगता है कि यह बल्ब अपने आप में एक म्यूजियम बन गया है।

कंपनियों ने जानबूझ कर घटाई बल्बों की उम्र
2010 में एक फ्रैंच-स्पेनिश डॉक्यूमैंट्री में इस बल्ब का जिक्र किया गया। डॉक्यूमैंट्री के अनुसार इस बल्ब को बनाने के बाद कंपनी को लगा कि अगर सारे बल्ब बहुत लंबे समय तक चलते रहे तो लोगों को बल्ब बदलने की जरूरत ही नहीं पड़ेगी और बिक्री थम जाएगी। फिर बल्बों की उम्र घटाई गई। 1920 के दशक तक एक बिजली का बल्ब औसतन 2,500 घंटे जलता था। आज एक बिजली का बल्ब 1,000 घंटे से ज्यादा नहीं चलता। डॉक्यूमैंट्री के अनुसार 1924 में बल्ब कंपनियों के बीच एक गोपनीय बैठक हुई। उस बैठक में बल्ब की उम्र घटाने पर सहमति बनी। धीरे-धीरे बाकी कंपनियों ने भी यही रास्ता अपना लिया। अब बाजार में 10-15 वर्ष तक चलने वाली टिकाऊ चीजें बहुत कम मिलती हैं।

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