Edited By ,Updated: 09 Jun, 2023 04:45 AM
केंद्र तथा विभिन्न राज्यों की सरकारों द्वारा देश में नशे की बुराई को समाप्त करने के लिए चलाए जा रहे अभियानों के बावजूद देश में यह बुराई काबू में आने की बजाय बढ़ती ही जा रही है। ‘नशा नियंत्रण ब्यूरो’ (एन.सी.बी.) ने देश भर में नशीले पदार्थों की तस्करी...
केंद्र तथा विभिन्न राज्यों की सरकारों द्वारा देश में नशे की बुराई को समाप्त करने के लिए चलाए जा रहे अभियानों के बावजूद देश में यह बुराई काबू में आने की बजाय बढ़ती ही जा रही है। ‘नशा नियंत्रण ब्यूरो’ (एन.सी.बी.) ने देश भर में नशीले पदार्थों की तस्करी के एक गिरोह का भंडाफोड़ कर इस गिरोह के 6 आरोपियों को गिरफ्तार करके उनसे 10 करोड़ रुपए से अधिक मूल्य के ‘एल.एस.डी.’ (लिसर्सिक एसिड डाईएथिलेमाइड) नामक अत्यंत घातक सिंथैटिक नशे के 15,000 पैकेट जब्त किए हैं।
नशा नियंत्रण ब्यूरो द्वारा भारत में जब्त यह एल.एस.डी. की अब तक की सबसे बड़ी मात्रा है और नारकोटिक्स एंड साइकोट्रॉपिक सब्सटैंस कानून के अंतर्गत इसकी 0.1 ग्राम मात्रा रखना भी अपराध की श्रेणी में आता है। विभिन्न स्थानों से गिरफ्तार सभी आरोपी युवा हैं जिनमें एक युवती भी शामिल है। दिमाग को सुन्न कर देने और पार्टी ड्रग के रूप में प्रयुक्त यह नशा महानगरों के युवाओं को तेजी से अपनी चपेट में ले रहा है।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों के अनुसार एल.एस.डी. का नशा दिल्ली एन.सी.आर. ही नहीं बल्कि देश के सभी मैट्रो शहरों और बड़े कालेजों के आसपास बेचा जाता है। कागज पर चिपका हुआ और चाट कर या निगल कर लिया जाने वाला यह नशा दिमाग को सुन्न कर देता है और इतना खतरनाक है कि इसकी थोड़ी सी भी अधिक मात्रा मौत का कारण बन सकती है। इतने खतरनाक नशे की इतनी बड़ी मात्रा में बरामदगी से स्पष्ट है कि देश में धन के लोभी मौत के व्यापारियों ने अपनी जड़ें कितनी गहरी जमा ली हैं। अत: ऐसे तत्वों को उतनी ही सख्ती से कुचलने की तुरंत आवश्यकता है।—विजय कुमार