Edited By jyoti choudhary,Updated: 18 Jun, 2020 08:36 AM
भारतीय सैनिकों पर गलवान घाटी में हुए हमले की कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने निंदा की है। कैट ने कहा कि देश के व्यापारी लद्दाख में एलएसी के ताजा घटनाक्रम से काफी आक्रोशित हैं।
बिजनेस डेस्कः भारतीय सैनिकों पर गलवान घाटी में हुए हमले की कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने निंदा की है। कैट ने कहा कि देश के व्यापारी लद्दाख में एलएसी के ताजा घटनाक्रम से काफी आक्रोशित हैं। कैट ने चीनी उत्पादों का बहिष्कार और भारतीय वस्तुओं को बढ़ावा देने वाले राष्ट्रीय अभियान को और अधिक तेज करने का फैसला किया है
कैट ने सरकार से किया आग्रह
कैट ने सरकार से चीनी कम्पनियों को दिए गए ठेकों को तुरंत रद्द करने और भारतीय स्टार्टअप में चीनी कंपनियों द्वारा निवेश को वापस करने के नियमों को बनाने जैसे कुछ तत्काल कदम उठाने का भी आग्रह किया है ताकि भारतीय सैनिकों के खिलाफ चीन के अनैतिक और बर्बरतापूर्ण व्यवहार का सख्ती से जवाब दिया जा सके।
चीनी आयात को कम किया जाए
कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीसी भरतिया और राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने कहा कि हाल के घटनाक्रमों और भारत के प्रति चीन के लगातार रवैये के मद्देनजर, भारतीय व्यापारियों ने संकल्प लिया है कि चीनी आयात को कम करके चीन को एक बड़ा सबक सिखाया जाए।
बीसी भरतिया ने सरकार से चीन पर एक मजबूत स्थिति बनाने का आग्रह किया है और चीनी कंपनियों को दिए गए सभी सरकारी अनुबंधों को तुरंत रद्द करने की मांंग की। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ महीनों से चीनी कंपनियां विभिन्न सरकारी अनुबंधों में बहुत कम दरों पर बोली लगा रही हैं और इस तरह से वे कई सरकारी परियोजना निविदाओं को प्राप्त करने में सफल हुई हैं।
चीनी निवेश खत्म करने की आवश्यकता
कैट का कहना है कि भारतीय तकनीकी स्टार्टअप में भारत को फोकस करने की जरूरत है, इस क्षेत्र में बढ़ते चीनी निवेश खत्म करने की तत्काल आवश्यकता है। पेटीएम, उदान, बिग बास्केट, मिल्क बास्केट, फ्लिपकार्ट, स्विगी जैसे कई भारतीय स्टार्टअप में चीन की कम्पनियों ने पैसा लगाया है।
यह पूरी तरह से भारतीय खुदरा बाजारों पर कब्जा करने के लिए चीन के एक भयावह डिजाइन के अलावा कुछ नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार को चीनी निवेश पर प्रतिबंध लगाने के लिए नियमों को लाना चाहिए और साथ ही इन तकनीकी दिग्गजों को चीनी निवेश वापस लेने की सलाह भी देनी चाहिए।
कैट ने फिल्म स्टारों और क्रिकेटरों से की अपील
इसके अलावा भरतिया और खंडेलवाल ने भारतीय फिल्म स्टारों और क्रिकेटरों द्वारा चीनी ब्रांड्स के बड़े पैमाने पर विज्ञापन करने पर भी गंभीर चिंता जताई। उन्होंने बताया कि दीपिका पादुकोण, आमिर खान, विराट कोहली, रणवीर सिंह, सारा अली खान, रणबीर कपूर, विक्की कौशल जो विभिन्न चीनी मोबाइल उत्पादों की ब्रांडिंग करते हैं। इन कलाकारों से कैट ने अपील करते हुए कहा कि वे चीनी ब्रांडों का ब्रांडिंग और प्रमोशन करना बंद करें और राष्ट्र की भावनाओं का सम्मान करें।