Edited By jyoti choudhary,Updated: 21 Aug, 2020 02:47 PM
कैमिस्ट और दवा विक्रेताओं की शीर्ष संस्था ने अमेजन के सीईओ जेफ बेजोस को एक पत्र भेजकर चेताया है कि भारत में ई-फार्मेसी गैर कानूनी है। दुनिया की यह सबसे बड़ी आनलाइन विक्रेता कंपनी भारत में आनलाइन दवा बिक्री के क्षेत्र में उतरना चाह रही है।
नई दिल्लीः कैमिस्ट और दवा विक्रेताओं की शीर्ष संस्था ने अमेजन के सीईओ जेफ बेजोस को एक पत्र भेजकर चेताया है कि भारत में ई-फार्मेसी गैर कानूनी है। दुनिया की यह सबसे बड़ी आनलाइन विक्रेता कंपनी भारत में आनलाइन दवा बिक्री के क्षेत्र में उतरना चाह रही है।
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आल इंडिया आर्गनाइजेशन आफ केमिस्ट एण्ड ड्रगिस्ट (एआईओसीडी) ने 14 अगस्त को बेजोस को पत्र लिखा है। इसके साथ ही अमेजन की भारतीय इकाई के सीइर्ओ अमित अग्रवाल को भी यह पत्र भेजा गया है। इसमें कहा गया है कि आनलाइन दवाईयों की बिक्री भारत में काफी विवादास्पद रही है। इसमें कई मामले अदालत में पहुंचे हैं।
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एआईओसीडी ने पत्र में कहा है, ‘‘हमें पता चला है कि अमेजन डाट इन ने आनलाइन फार्मेसी के क्षेत्र में उतरने का फैसला किया है। हम आपको इसी संदर्भ में यह लिख रहे हैं कि भारत में ई- फार्मेसी गैर- कानूनी है और दवा एवं प्रसाधन कानून एवं नियमों के तहत इसकी मान्यता नहीं है।'' इस महीने की शुरुआत में अमेजन ने बेंगलूरू में आनलाइन फार्मेसी की शुरुआत की है। उसने ओवर दि काउंटर और डाक्टर की पर्ची के आधार पर दोनों तरह से दवा के लिए आर्डर लेने शुरू किए हैं। वह कुछ परंपरागत औषधियां भी बेच रही है। भारत में फिलहाल दवाइयों की आनलाइन बिक्री का बाजार बहुत छोटा है।
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