Edited By jyoti choudhary,Updated: 01 Nov, 2025 10:11 AM

अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में नरमी का असर अब भारत में भी दिखने लगा है। सरकारी तेल कंपनियों इंडियन ऑयल (IOC), भारत पेट्रोलियम (BPCL) और हिंदुस्तान पेट्रोलियम (HPCL) ने कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर (19 किलो) की कीमत में ₹5 की कमी की है।...
बिजनेस डेस्कः अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में नरमी का असर अब भारत में भी दिखने लगा है। सरकारी तेल कंपनियों इंडियन ऑयल (IOC), भारत पेट्रोलियम (BPCL) और हिंदुस्तान पेट्रोलियम (HPCL) ने कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर (19 किलो) की कीमत में ₹5 की कमी की है। नई दरें आज यानी 1 नवंबर 2025 से लागू हो गई हैं। वहीं, घरेलू एलपीजी सिलेंडर (14.2 किलो) के दाम अपरिवर्तित हैं।
क्या है कीमत
इंडियन ऑयल की वेबसाइट के अनुसार, दिल्ली में 19 किलो का कमर्शियल सिलेंडर अब 1,590.50 रुपए में मिलेगा, जबकि पहले इसकी कीमत 1,595.50 रुपए थी। घरेलू उपयोग के लिए 14.2 किलो वाले एलपीजी सिलेंडर की कीमत दिल्ली में 853 रुपए बनी हुई है। यही दर भारत पेट्रोलियम और हिंदुस्तान पेट्रोलियम भी फॉलो कर रही हैं।
अन्य महानगरों की बात करें तो कोलकाता में 19 किलो वाले सिलेंडर की नई कीमत 1,694 रुपए, मुंबई में 1,542 रुपए और चेन्नई में 1,750 रुपए हो गई है। इस वित्त वर्ष में एलपीजी सिलेंडरों की कीमतों में लगातार उतार-चढ़ाव देखा गया है। अक्टूबर में जहां 15.50 रुपए की बढ़ोतरी हुई थी, वहीं उससे पहले लगातार छह महीनों तक कटौती की गई थी। मार्च में दिल्ली में कमर्शियल सिलेंडर की कीमत 1,803 रुपए थी, जो सितंबर तक घटकर 1,680 रुपए रह गई। इस अवधि में कुल 223 रुपए की कमी दर्ज की गई थी।
घरेलू एलपीजी सिलेंडर
घरेलू एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में आखिरी बदलाव 8 अप्रैल को हुआ था। फिलहाल दिल्ली में इसकी कीमत 853 रुपए, कोलकाता में 879 रुपए, मुंबई में 852.50 रुपए और चेन्नई में 868.50 रुपए है।
ATF की कीमतें बढ़ीं
हालांकि एलपीजी की कीमतों में राहत के बीच हवाई ईंधन यानी एटीएफ (Aviation Turbine Fuel) के दाम बढ़ गए हैं। नई दरों के मुताबिक, दिल्ली में अब एटीएफ की कीमत 817.01 डॉलर प्रति किलोलीटर (94,543.02 रुपए प्रति 1,000 लीटर) हो गई है। कोलकाता में यह 855.63 डॉलर (97,549.18 रुपए), मुंबई में 816.80 डॉलर (88,447.87 रुपए) और चेन्नई में 812.36 डॉलर (98,089.68 रुपए) हो गई है। एलपीजी के सस्ता होने से जहां आम उपभोक्ताओं को थोड़ी राहत मिली है, वहीं एटीएफ महंगा होने से एयरलाइनों के परिचालन खर्च बढ़ने की संभावना है।