Edited By jyoti choudhary,Updated: 13 Dec, 2025 10:37 AM

भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के चेयरमैन तुहिन कांत पांडेय ने शुक्रवार को कहा कि बाजार नियामक के वरिष्ठ अधिकारियों ने अपनी निजी संपत्ति का विवरण सार्वजनिक करने को लेकर गोपनीयता से जुड़ी चिंताएं जाहिर की हैं। सेबी प्रमुख ने यहां एक...
मुंबईः भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के चेयरमैन तुहिन कांत पांडेय ने शुक्रवार को कहा कि बाजार नियामक के वरिष्ठ अधिकारियों ने अपनी निजी संपत्ति का विवरण सार्वजनिक करने को लेकर गोपनीयता से जुड़ी चिंताएं जाहिर की हैं। सेबी प्रमुख ने यहां एक कार्यक्रम में कहा कि हितों के टकराव के प्रबंधन पर गठित समिति की रिपोर्ट को सेबी के निदेशक मंडल की अगली बैठक में चर्चा के लिए रखा जाएगा। इस समिति ने बाजार नियामक के वरिष्ठ अधिकारियों की संपत्ति और देनदारियों के विवरण को अनिवार्य रूप से सार्वजनिक करने की सिफारिश की है।
पांडेय ने कहा, “इस बारे में गोपनीयता के आधार पर कुछ चिंताएं हैं। अधिकारी इस जानकारी को आंतरिक रूप से किसी स्वतंत्र इकाई को देने में हिचक नहीं रहे, लेकिन इसे सार्वजनिक करने को लेकर उन्हें आपत्ति है।” उन्होंने साफ किया कि समिति की अधिकांश सिफारिशों से सेबी नेतृत्व सहमत है और उन पर जल्द ही निर्णय लिया जाएगा। यह समिति पांडेय के कार्यभार संभालने के बाद लिए गए पहले बड़े फैसलों में से एक थी। उनकी पूर्ववर्ती माधबी पुरी बुच के खिलाफ हितों के टकराव और विवरणों के खुलासों में कमी को लेकर आरोप लगे थे।
पांडेय ने यह भी कहा कि सेबी कोष प्रबंधकों के लिए एकसमान विनियमन लाने पर विचार कर रहा है, जिसमें म्यूचुअल फंड, वैकल्पिक निवेश कोष (एआईएफ), पोर्टफोलियो प्रबंधन सेवाएं (पीएमएस) और अन्य श्रेणियां शामिल होंगी। उन्होंने कहा कि इस समय अलग-अलग लाइसेंसों के लिए अलग-अलग योग्यता की जरूरत होती है, जिससे प्रक्रिया जटिल और महंगी हो जाती है। एकसमान नियम होने से अनुपालन लागत और समय दोनों कम होंगे।