Edited By jyoti choudhary,Updated: 17 Dec, 2021 05:43 PM

आधार कार्ड के जरिए केंद्र सरकार ने खूब पैसे बचाए हैं। इससे लाभार्थियों की पहचान करने में भी आसानी हुई है। एक इंटरव्यू में UIDAI के CEO सौरभ गर्ग ने कहा कि आधार कार्ड के जरिए केन्द्र सरकार ने 2.25 लाख करोड़ रुपए की बचत की है। आधार की सिक्योरिटी पर...
बिजनेस डेस्कः आधार कार्ड के जरिए केंद्र सरकार ने खूब पैसे बचाए हैं। इससे लाभार्थियों की पहचान करने में भी आसानी हुई है। एक इंटरव्यू में UIDAI के CEO सौरभ गर्ग ने कहा कि आधार कार्ड के जरिए केन्द्र सरकार ने 2.25 लाख करोड़ रुपए की बचत की है। आधार की सिक्योरिटी पर उन्होंने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, ब्लाॅक चेन और मशीन लर्निंग जैसी टेक्नालॉजी की मदद आने वाले समय में ली जा सकती है।
उन्होंने कहा, 'केन्द्र सरकार की 300 योजनाएं और राज्य सरकार की 400 योजनाएं आधार से लिंक हैं। डायरेक्ट बेनफिट ट्रांसफर के जरिए सरकार ने 2.25 लाख करोड़ रुपए की बचत की है। यह आंकड़ा सिर्फ केन्द्र सरकार का है अगर हम इसमें राज्य सरकार को भी जोड़ दें तो इससे कहीं ज्यादा फायदा हुआ होगा।' वे आगे कहते हैं, 'कोविड-19 के दौरान सरकार ने आधार की मदद से जरूरतमंद लोगों को पैसा भेजा। लोग अपने बगल की दुकान के माइक्रो एटीएम के जरिए वो पैसा आसानी से निकाल पा रहे हैं। इसके लिए उन्हें बैंक जाने की भी जरूरत नहीं है। आधार ने समान्य लोगों के जीवन को बेहतर बनाया है।'
आधार कार्ड को लेकर क्या है प्लान?
साल 2010 से सरकार ने आधार नंबर का आवंटन कर रही है। सौरभ गर्ग आधार कार्ड को लेकर बन रहे प्लान पर कहते हैं, 'हम अब अगले 10 साल को लेकर प्लान बना रहे हैं। हाल ही में हम आधार 2.0 काॅनक्लेव किया था जहां हम लोगों ने नए विचारों को आमंत्रित किया है।' वे बताते हैं कि हम तीन से चार चीजों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।
सौरभ गर्ग कहते हैं कि हमारा पहला फोकस है कि लोग घर बैठे अपने कंप्यूटर के जरिए अपनी जानकारी अपडेट कर सकें। 1.5 लाख पोस्टमैन भी गांव-गांव जाकर ये जानकारी अपडेट करवाएंगे। इंटरव्यू में सौरभ बताते हैं, 'हम 50 हजार आधार सेंटर खोलने जा रहे हैं, जो देश के 6.5 लाख गांवों को कवर करेगा। साथ ही हम ऐसा एप डिजाइन कर रहे हैं जिससे लोग मोबाइल से ही जानकारी अपडेट करने के साथ-साथ ट्रांजैक्शन कर पाएंगे।'
वो कहते हैं कि हमारा फोकस आधार से पैन को लिंक करने, मोबाइल सिम, राशन जैसी सुविधाओं को भी आधार से जोड़ने की है। सौरभ बताते हैं, 'हम आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, ब्लाॅक चेन, मशिन लर्निंग जैसी टेक्नालॉजी का प्रयोग करके इसे और सुरक्षित बनाना चाहते हैं। हमारा ध्यान आधार कार्ड से जुड़ी जानकारी की प्राइवेसी बनाए रखने पर भी है।'