Edited By Niyati Bhandari,Updated: 10 Oct, 2023 07:29 AM
साल का अंतिम और दूसरा चंद्र ग्रहण जल्द ही 29 अक्टूबर को लगने जा रहा है। वहीं इस दिन शरद पूर्णिमा का पर्व भी मनाया जाएगा। चंद्रग्रहण के साए की वजह से चांद की रोशनी में
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Chandra Grahan: साल का अंतिम और दूसरा चंद्र ग्रहण जल्द ही 29 अक्टूबर को लगने जा रहा है। वहीं इस दिन शरद पूर्णिमा का पर्व भी मनाया जाएगा। चंद्रग्रहण के साए की वजह से चांद की रोशनी में खीर को शीतलता नहीं दी जा सकेगी और न ही देवी-देवताओं को खीर का भोग लगेगा। ज्योतिष गणना के मुताबिक 29 की रात 1:05 बजे से ही चंद्र ग्रहण की शुरुआत हो जाएगी।
ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक ग्रहण से कुछ समय पूर्व ही सूतक काल लग जाता है। इस दौरान मंदिरों में पूजा-पाठ करने की मनाही होती है और न ही देवी-देवताओं को खीर का भोग लगाया जाता है। वर्ष 2023 में साल के दूसरे चंद्र ग्रहण का सूतक काल 28 अक्टूबर की शाम 4:05 बजे से ही मान्य हो जाएगा।
There may be a possibility of earthquake due to eclipse ग्रहण की वजह से हो सकती है भूकंप की आशंका
ज्योतिषाचार्य आचार्य हिमानी जौली ने ग्रहण के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि अश्विन माह के चंद्र ग्रहण होने की वजह से भूकंप या फिर किसी तरह की प्राकृतिक आपदा से हानि होने की आशंका बन रही है। इसके अलावा व्यापारियों और डॉक्टर्स की परेशानियां थोड़ी बढ़ सकती हैं। इतना ही नहीं बल्कि चीन, ईरान, ईराक और अफगानिस्तान जैसे देशों में अशांति बढ़ने की सम्भावना है।
हिमानी जी बताती हैं कि नुकसान के अलावा कुछ फायदा भी देखने को मिलेगा जैसे कि लोहा, क्रूड आयल व लाल रंग की वस्तुओं में तेजी आ सकती है।
Do these things during eclipse ग्रहण के दौरान करें ये काम
चंद्र ग्रहण के दौरान घर पर बैठकर ज्यादा से ज्यादा भगवान नाम का जाप करें।
इसके अलावा चंद्र देव के मंत्रों का भी जाप किया जा सकता है।
Chant these mantras इन मंत्रों का करें जाप
ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं ऐं ॐ स्वाहा:
ॐ शीतांशु, विभांशु अमृतांशु नम:
ॐ श्रां श्रीं श्रौं सः चन्द्रमसे नमः
ॐ शीतांशु, विभांशु अमृतांशु नम:
इन मंत्रों का जाप करने से ग्रहण की नकारात्मक शक्ति आपके आसपास से भी नहीं गुजर पाएगी।