Edited By Niyati Bhandari,Updated: 08 Feb, 2020 07:57 AM
आज शनिवार है, शनि देव को प्रसन्न करने का सुनहरी मौका है। यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में शनि के अशुभ प्रभाव चल रहे हैं या फिर शनि देव की कृपा बनाए रखना चाहते हैं तो शनिवार का व्रत करना चाहिए।
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आज शनिवार है, शनि देव को प्रसन्न करने का सुनहरी मौका है। यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में शनि के अशुभ प्रभाव चल रहे हैं या फिर शनि देव की कृपा बनाए रखना चाहते हैं तो शनिवार का व्रत करना चाहिए। ज्योतिष विद्वान कहते हैं की व्रत करने से तन और मन दोनों की शुद्धि होती है। वैसे तो शनि न्यायाधीश हैं, हर व्यक्ति को कर्मों के अनुसार ही फल देते हैं। अच्छे कर्म करें और शनिवार को घर में ये पकवान न बनाएं और न ही खाएं। ऐसा करने से भी शनि देव का आशीष प्राप्त किया जा सकता है और उनकी क्रूर नजर से बचा जा सकता है।
दूध और दूध से बने सफेद पदार्थ नहीं खाने चाहिए, उनमें हल्दी, गुड़ या कोई अन्य पदार्थ मिलाकर सेवन कर सकते हैं।
खट्टी और कसैली वस्तुएं न खाएं खासतौर पर आम का अचार।
लाल मिर्च का यूज न करें, काली मिर्च खा सकते हैं और दान भी कर सकते हैं।
मसूर की दाल न खाएं क्योंकि इस पर मंगल का प्रभाव होता है। चना, उड़द और मूंग की दाल खा सकते हैं।
जो लोग शनिवार के दिन मांस और मदिरा का सेवन करते हैं, वे शुभ शनि का भी लाभ नहीं ले पाते। ऐसे लोगों पर अनचाहा साया हमेशा मंडराता रहता है।
शनिवार के दिन मदिरा पीने से कुंडली में शुभ शनि होने पर भी शनि का शुभ फल नहीं मिल पाता। दुर्घटना की आशंका भी बढ़ जाती है।
सरसों के तेल या उससे बने पकवान दान तो कर सकते हैं लेकिन खाने नहीं चाहिए। शनि महाराज को सरसों का तेल चढ़ाया जाता है लेकिन खाया नहीं जा सकता।
फाइनेंसियल प्रॉब्लम से बचने के लिए खिचड़ी, काले चने की सब्जी, चावल, चिवड़ा या चने का भुजियां और भुजे चने खुद भी खाएं और सारे परिवार को भी खिलाएं।
तिल के लड्डू, उड़द की दाल, मीठी पूड़ी बना कर शनि देव को भोग लगाएं फिर गाय, कुत्ते और कौओं को खिलाने के बाद प्रसाद के रूप में पारिवारिक सदस्यों को खिला कर स्वयं भी खाएं।
शनिवार को एक समय के भोजन में उड़द दाल की खिचड़ी खाने से शनि दोष, साढ़ेसाती एवं शनि की ढैय्या से निजात पाया जा सकता है।