Gaja Lakshmi Vrat: गजलक्ष्मी व्रत न करने वाले करें ये उपाय, घर आएगा धन-वैभव के साथ ऐश्वर्य

Edited By Updated: 03 Sep, 2022 08:12 AM

gaja lakshmi vrat

हिंदू धर्म शास्त्रों के अनुसार मां लक्ष्मी को धन की देवी कहा जाता हैं। समुद्र मंथन से जब उनकी उत्पत्ति हुई तो उन्होंने श्री हरि विष्णु की अर्धांगिनी बनना स्वीकार किया। जीवन में धन-वैभव और ऐश्वर्य के लिए मां

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ

Gaja Lakshmi Vrat 2022: हिंदू धर्म शास्त्रों के अनुसार मां लक्ष्मी को धन की देवी कहा जाता हैं। समुद्र मंथन से जब उनकी उत्पत्ति हुई तो उन्होंने श्री हरि विष्णु की अर्धांगिनी बनना स्वीकार किया। जीवन में धन-वैभव और ऐश्वर्य के लिए मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त करना बहुत जरुरी है। हर साल भादप्रद में शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि से गजलक्ष्मी व्रत का आरंभ होता है, जो 16 दिनों तक चलते हैं। पंचांग और तिथि भेद के कारण ये 15, 16, या 17 दिन के भी हो जाते हैं। इन व्रतों का समापन अश्विन मास में कृष्ण पक्ष की अष्टमी पर होता है। इन दिनों मां महालक्ष्मी के गजलक्ष्मी स्वरूप की पूजा होती है। मां लक्ष्मी गज यानी हाथी के आसन पर विराजित होती हैं। जो लोग व्रत न कर सकें वो 16 दिन ये उपाय भी कर सकते हैं-

PunjabKesari Gaja-Lakshmi-Vrat

1100  रुपए मूल्य की जन्म कुंडली मुफ्त में पाएं। अपनी जन्म तिथि अपने नाम, जन्म के समय और जन्म के स्थान के साथ हमें 96189-89025 पर व्हाट्सएप करें

Goddess of Elephants: महालक्ष्मी के ये लंबे व्रत करने का सामर्थ्य हर किसी में नहीं होता तो भारत के कई हिस्सों में देवियां व्रत के अंतिम दो दिन इस व्रत को करती हैं। इसके साथ ही इन दिनों में देवी लक्ष्मी के मंत्र उच्चारण के साथ-साथ उनका पूजन करने से देवी की कृपा प्राप्त की जा सकती है। 

PunjabKesari Gaja-Lakshmi-Vrat
Lakshmi Mantra मां लक्ष्मी के मंत्रः
ऊं  ह्रीं श्रीं क्लीं महालक्ष्म्यै नम:
ऊं  नमो भाग्य लक्ष्म्यै च विद्महे अष्ट लक्ष्म्यै च धीमहि तन्नो लक्ष्मी प्रचोद्यात
ऊं मां लक्ष्मी मंत्रः
ऊं विद्या लक्ष्म्यै नम:
ऊं आद्य लक्ष्म्यै नम:
ऊं  सौभाग्य लक्ष्म्यै नम:
 
Gaja Lakshmi upay: इन दिनों में चन्द्र पूजन करने का विशेष महत्व है, घर के वायव्य कोण में चांदी की थाल में गंगा जल डालकर चन्द्र दर्शन करने से लक्ष्मी की अपार कृपा और बेपनाह धन की प्राप्ति होती है। 

उत्तर दिशा की ओर श्री चक्र लगाकर देवी लक्ष्मी के 8 नामों की स्तुति करने से मूल्यवान धातुओं की प्राप्ति होती है। 

ये हैं महालक्ष्मी के 8 रूप - आदिलक्ष्मी, धनलक्ष्मी, धान्यलक्ष्मी, गजलक्ष्मी, सन्तानलक्ष्मी, वीरलक्ष्मी, भाग्य लक्ष्मी , विजयलक्ष्मी, विद्यालक्ष्मी।

16 दिन तक देवी लक्ष्मी को प्रतिदिन कमल के फूल, मखाने या मखाने की खीर, इत्र, चंदन, सुहाग का सामान भेंट करें, फिर ये सारा सामान किसी सुहागन को भोजन करवाने के बाद दे दें। मिष्ठान में उसे खीर जरुर खिलाएं।

नीलम
8847472411 

PunjabKesari kundli

 

Related Story

Trending Topics

IPL
Royal Challengers Bengaluru

190/9

20.0

Punjab Kings

184/7

20.0

Royal Challengers Bengaluru win by 6 runs

RR 9.50
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!