Edited By Sarita Thapa,Updated: 13 Sep, 2025 02:00 PM

Mahalakshmi Vrat 2025: इस साल महालक्ष्मी व्रत की शुरुआत 31 अगस्त से शुरू हुए थे और कल शाम यानी 14 सितंबर के दिन माता लक्ष्मी की पूजा के साथ यह व्रत समाप्त हो जाएगा। महालक्ष्मी व्रत का आखिरी दिन बहुत खास माना जाता है।
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Mahalakshmi Vrat 2025: इस साल महालक्ष्मी व्रत की शुरुआत 31 अगस्त से शुरू हुए थे और कल शाम यानी 14 सितंबर के दिन माता लक्ष्मी की पूजा के साथ यह व्रत समाप्त हो जाएगा। महालक्ष्मी व्रत का आखिरी दिन बहुत खास माना जाता है। इस दिन कुछ विशेष स्थानों पर दीपक जलाने से देवी लक्ष्मी की विशेष कृपा प्राप्त होती है और घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है। आइए जानते हैं वो खास जगहें जहां दीपक जलाने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं।

मुख्य दरवाजा
महालक्ष्मी व्रत के आखिरी दिन घर के मुख्य दरवाज़े के दोनों ओर दीपक जलाना बहुत लाभकारी होता है। यह मां लक्ष्मी को आमंत्रित करने का प्रतीक होता है। दीपक जलाने से घर में शुभता प्रवेश करती है और दरिद्रता दूर होती है।
रसोई घर
महालक्ष्मी व्रत के आखिरी दिन रसोई घर में भी एक दीपक जलाएं। यहां दीपक जलाने से अन्नपूर्णा देवी और लक्ष्मी जी की कृपा बनी रहती है, जिससे घर में कभी अन्न की कमी नहीं होती।

तिजोरी या धन रखने की जगह
महालक्ष्मी व्रत के आखिरी दिन घर की तिजोरी या जहां आप पैसे और गहने रखते हैं, वहां दीपक जरूर जलाएं। ऐसा करने से मां लक्ष्मी का आशीर्वाद उस स्थान पर बना रहता है और आर्थिक स्थिति मजबूत होती है।
तुलसी के पौधे के पास दीपक
तुलसी को लक्ष्मी जी का ही रूप माना गया है। महालक्ष्मी व्रत के आखिरी दिन तुलसी के पास दीपक जलाना शुभ होता है और घर में सुख-शांति और समृद्धि बनी रहती है।
