Edited By Niyati Bhandari,Updated: 09 Dec, 2023 06:58 AM
मार्गशीर्ष माह की अमावस्या को ही दर्श अमावस्या अथवा मार्गशीर्ष अमावस्या कहा जाता है। अमावस्या को पितरों की तिथि मान कर उनकी शांति एवं प्रसन्नता के निमित्त इस
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Margashirsha Amavasya 2023: मार्गशीर्ष माह की अमावस्या को ही दर्श अमावस्या अथवा मार्गशीर्ष अमावस्या कहा जाता है। अमावस्या को पितरों की तिथि मान कर उनकी शांति एवं प्रसन्नता के निमित्त इस दिन पिंड दान, श्राद्ध आदि कर्म किए जाते हैं। जानिए, कब है दर्श अमावस्या और किन उपायों से घर में आएगी शांति ।
Auspicious time of Margashirsha Amavasya मार्गशीर्ष अमावस्या का शुभ मुहूर्त
वैदिक पंचांग की गणना के अनुसार इस बार दर्श अमावस्या 12 दिसंबर मंगलवार को सुबह 6.24 बजे आरंभ होगी और 13 दिसंबर को सुबह 5.01 बजे तक मान्य रहेगी। ऐसे में 12 दिसंबर को ही अमावस्या मानी जाएगी और इसी दिन पितृ शांति के उपाय किए जाएंगे।
These auspicious coincidences will happen on Amavasya अमावस्या पर बनेंगे ये शुभ संयोग
ज्योतिष विद्वान अनुपम जौली के अनुसार इस बार दर्श अमावस्या पर धृति योग तथा अनुराधा नक्षत्र का शुभ संयोग बन रहा है। मंगलवार होने से इस दिन पिंड दान के निमित्त उपयुक्त अवसर है। साथ ही इस दिन मंगल ग्रह एवं राहु-केतु के भी उपाय करने के लिए उत्तम समय है।
Do these remedies on Margashirsha Amavasya मार्गशीर्ष अमावस्या पर करें ये उपाय
इस दिन पितरों के निमित्त पिंडदान एवं श्राद्ध अवश्य करना चाहिए। इससे पितृ दोष दूर होता है और घर में सुख-शांति आती है।
इस दिन राहु-केतु की शांति के लिए भगवान शिव के महामृत्युंजय मंत्र का अनुष्ठान करने से लाभ होता है।
Mahamrityunjaya Mantra महामृत्युंजय मंत्र: ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्। उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥
दर्श अमावस्या इस बर मंगलवार को आ रही है, ऐसे में हनुमान जी की आराधना करने से मंगल ग्रह संबंधी दोष भी शांत होंगे।
आचार्य अनुपम जौली
anupamjolly@gmail.com