Edited By Lata,Updated: 01 Feb, 2021 06:14 PM
पंचांग के अनुसार माघ महीने की अमावस्या तिथि को मौनी अमावस्या का पर्व मनाया जाएगा।
पंचांग के अनुसार माघ महीने की अमावस्या तिथि को मौनी अमावस्या का पर्व मनाया जाएगा। जानकारी के लिए बता दें कि इस साल 11 फरवरी को मौनी अमावस्या तिथि पड़ रही है। शास्त्रों के अनुसार इस दिन किसी पवित्र नदी में स्नान करने से व्यक्ति को पुण्य की प्राप्ति होती है। मौनी अमावस्या के दिन मौन रहकर स्नान और दान करने का विशेष महत्व माना गया है। ऐसा करने से अच्छे स्वास्थ्य और ज्ञान की प्राप्ति होती है। चलिए आगे जानते हैं इस दिन के महत्व व नियमों के बारे में-
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन पितरों का तर्पण करने से पितृ दोष से मुक्ति मिलती है। मौनी अमावस्या पर किए गये दान-पुण्य का फल सौ गुना ज्यादा मिलता है। कहा जाता है कि इस दिन गंगा का जल अमृत के समान होता है। मौनी अमावस्या को किया गया गंगा स्नान अद्भुत पुण्य प्रदान करता है। इस दिन मौन रहकर भी पुण्य की प्राप्ति की जा सकती है।
मौनी अमावस्या के नियम
शास्त्रों के अनुसार सुबह या शाम को स्नान का पहले संकल्प लें। उसके बाद पहले जल को सिर पर लगाकर प्रणाम करें फिर स्नान करें।
स्नान के बाद साफ कपड़े पहनें और जल में काले तिल डालकर सूर्य देव को अर्घ्य दें। ऐसा करने से सूर्य देव की कृपा मिलती है।
इसरके बाद किसी मंदिर या अपने घर के मंदिर में ही मंत्र जाप करें और सामर्थ्य के अनुसार वस्तुओं का दान करें।
कहा जाता है कि इस दिन क्रोध करने से बचना चाहिए। किसी को अपशब्द नहीं कहने चाहिए और न ही किसी से बिना वजह झगड़ा करना चाहिए। इसके साथ ही मौनी अमावस्या के दिन भगवान का ध्यान करना चाहिए।