Edited By Niyati Bhandari,Updated: 31 Mar, 2022 08:35 AM
महाराजा श्री विक्रमादित्या जी के नाम से प्रसिद्ध एवं प्रचलित संवत् इस वर्ष ‘नल’ नामक संवत्सर 2079 का प्रारंभ 2 अप्रैल 2022
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Hindu Nav Varsh 2022: महाराजा श्री विक्रमादित्या जी के नाम से प्रसिद्ध एवं प्रचलित संवत् इस वर्ष ‘नल’ नामक संवत्सर 2079 का प्रारंभ 2 अप्रैल 2022 सन् ईस्वी, दिन शनिवार को प्रारंभ होगा।
संवत का राजा शनि : शासन की नीतियों एवं मनमानी से लोगों को कष्ट, उपद्रव आदि से हानि, आपसी टकराव, विपरीत परिस्थितियों से प्रजा दुखी, रोग कष्ट, अग्नि बाढ़, कुदरती आफत भारी वर्षा, भूस्खलन तो कहीं अकाल सूखे से हानि, राजनीतिज्ञों में आपसी मतभेद बढ़ने से प्रजा परेशान रहेगी।
मंत्री गुरु का फल : मेष संक्रांति गुरुवार की होने से इस संवत का मंत्री गुरु होने के कारण अनाज आदि की पैदावार अच्छी होगी, अच्छी वर्षा प्रगति के लिए अच्छा वातावरण बनेगा, शासन द्वारा नई योजनाओं से लोगों में प्रसन्नता, अलसी, रूई, तेलों में वनस्पति घी, कपास, हल्दी- मक्का केसर आदि की फसलों में अच्छी पैदावार से लाभ होगा।
इस संवत का (समय का) वास कुम्हार के घर, रोहिणी का वास पर्वत पर एवं वाहन महिष (भैंसा) है। गुरु शुक्र का 7 से 31 अगस्त तक तथा शुक्रवार का 11 नवम्बर से 5 दिसम्बर तक नवपंचक योग रहेगा, मंगल शनि का षडाष्टक योग 16 अक्तूबर से 13 नवम्बर तक बन रहा है, सरकार एवं विरोधी पार्टियों में भारी वाद-विवाद, उथल-पुथल का माहौल कहीं-कहीं भारी वर्षा, आंधी, तूफान, भूस्खलन, बिजली गिरने ,अग्नि दुर्घटनाएं, कुछ स्थानों पर अकाल,सूखा,शासन परिवर्तन, किसी विशिष्ट व्यक्ति की मृत्यु ,सीमावर्ती क्षेत्रों पर तनाव परंतु भारतीय सीमा की सुरक्षा व्यवस्था मजबूत रहेगी, समुद्री तूफान से हानि का भय रहेगा। उत्तरी एवं पूर्वी भारत में बाढ़,भारी वर्षा बादल फटने- नदियों का जल स्तर उफान पर रहेगा, भूकंप से भी नुक्सान का अंदेशा है।
इस संवत्सर में दो सूर्यग्रहण और दो चंद्रग्रहण लगेंगे। इनमें केवल दो ग्रहण ही भारत में दिखाई देंगे, 25 अक्तूबर को खंडग्रास सूर्य ग्रहण और 8 नवम्बर को लगने वाला चंद्रग्रहण ही भारत में नजर आएगा। ग्रह स्थिति के अनुसार इस वर्ष महंगाई बढ़ेगी।
पैट्रोलियम उत्पादन, मशीनरी, लोहा, स्टील, कपड़ा मार्कीट, शेयर, ऊन, कपास, नरमा, अनाज दालें, चावल, घी, तेलों में गुड़, चीनी, शक्कर, गेहूं सरसों, चना, तिल, उड़द, मूंग, सुपारी, गुग्गल, लौंग, इलायची, अलसी तथा सोना चांदी, पीतल तांबा, गिल्ट सर्राफा बाजार में भी भारी उठापटक एवं जोरदार गिरावट के बाद तूफानी तेजी से बाजार में ज्यादा चढ़ाव का माहौल देखने को मिलेगा। नई योजनाओं से भारत दृढ़ता एवं समृद्धि की ओर अग्रसर रहेगा।