Edited By Niyati Bhandari,Updated: 24 Nov, 2025 08:56 AM

पत्तनमतिट्ठा (केरल) : पुलिस ने सबरीमला तीर्थयात्रा के दौरान बच्चों को भीड़ में खोने से बचाने के लिए उनके हाथों में ‘आर्मबैंड’ लगाने की शुरुआत की है। पुलिस के अनुसार, पंबा में दस वर्ष से कम आयु के सभी बच्चों को ‘आर्मबैंड’ प्रदान किया जाता है, जिस पर...
पत्तनमतिट्ठा (केरल) : पुलिस ने सबरीमला तीर्थयात्रा के दौरान बच्चों को भीड़ में खोने से बचाने के लिए उनके हाथों में ‘आर्मबैंड’ लगाने की शुरुआत की है। पुलिस के अनुसार, पंबा में दस वर्ष से कम आयु के सभी बच्चों को ‘आर्मबैंड’ प्रदान किया जाता है, जिस पर बच्चे का नाम और उसके साथ आने वाले अभिभावक का मोबाइल नंबर अंकित होता है।
उन्होंने बताया कि ‘आर्मबैंड’ पर एक क्यूआर कोड भी लगा होता है, जिसमें बच्चे का विवरण होता है। अगर कोई बच्चा भीड़ में बिछड़ जाए तो यह सुरक्षा बैंड पुलिस को उसके माता-पिता को तुरंत ढूंढने में मदद करता है।