Edited By Prachi Sharma,Updated: 22 Nov, 2025 10:54 AM

Saturday Special: शनिदेव को न्याय का देवता माना जाता है, जो हर व्यक्ति को उसके कर्मों के अनुसार फल देते हैं। ज्योतिष में जब किसी व्यक्ति पर साढ़े साती, ढैया या अन्य शनि दोष का प्रभाव होता है, तो उसे जीवन में अनेक चुनौतियों और परेशानियों का सामना...
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Saturday Special: शनिदेव को न्याय का देवता माना जाता है, जो हर व्यक्ति को उसके कर्मों के अनुसार फल देते हैं। ज्योतिष में जब किसी व्यक्ति पर साढ़े साती, ढैया या अन्य शनि दोष का प्रभाव होता है, तो उसे जीवन में अनेक चुनौतियों और परेशानियों का सामना करना पड़ता है। शनिवार का दिन शनिदेव को समर्पित है। इस दिन विशेष मंत्रों का जाप करने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं और शनि के अशुभ प्रभाव कम होते हैं।
The Moola Mantra शनि का मूल वैदिक मंत्र
यह शनिदेव का सबसे प्रभावशाली और मूल मंत्र माना जाता है। इस मंत्र का जाप करने से व्यक्ति को शनि के क्रूर प्रभावों से राहत मिलती है और मन में शांति आती है।

ॐ शं शनैश्चराय नमः
The Shani Gayatri Mantra शनि गायत्री मंत्र
गायत्री मंत्र वेदों में सबसे शक्तिशाली माना जाता है। शनि गायत्री मंत्र का जाप करने से व्यक्ति की बुद्धि शुद्ध होती है और शनिदेव की कृपा से सकारात्मकता बढ़ती है।
ॐ भूर्भुव: स्व: कालाग्नये विदमहे,
छायापुत्राय धीमहि, तन्नो मन्द: प्रचोदयात्।
पौराणिक शनि मंत्र
नीलांजनसमाभासं रविपुत्रं यमाग्रजम्।
छायामार्तण्डसम्भूतं तं नमामि शनैश्चरम्॥

दशरथ कृत शनि स्तोत्र
माना जाता है कि जब शनिदेव राजा दशरथ से प्रसन्न हुए थे, तब उन्होंने इस स्तोत्र की रचना की थी। इसका पाठ करने से शनिदेव तुरंत प्रसन्न होते हैं और कष्टों को दूर करते हैं।
नम: कृष्णाय नीलाय शितिकण्ठनिभाय च।
नम: कालाग्निरूपाय कृतान्ताय च वै नम:॥
