Edited By Sarita Thapa,Updated: 15 Aug, 2025 07:00 AM
Scorpio Lagana: आज वृश्चिक लग्न के उन जातकों की बात करेंगे जो स्टॉक मार्केट में इन्वेस्ट करते हैं। यहां पर बात वृश्चिक लग्न के जातकों की होगी, वृश्चिक राशि के जातकों की नहीं होगी। क्योंकि जब हम कुंडली का एनालिसिस करते हैं किसी का भी तो लगन को...
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Scorpio Lagana: आज वृश्चिक लग्न के उन जातकों की बात करेंगे जो स्टॉक मार्केट में इन्वेस्ट करते हैं। यहां पर बात वृश्चिक लग्न के जातकों की होगी, वृश्चिक राशि के जातकों की नहीं होगी। क्योंकि जब हम कुंडली का एनालिसिस करते हैं किसी का भी तो लगन को प्रधानता दी जाती है। पैसा आएगा, पैसा बचेगा, पैसा इजी गेन से आएगा या नहीं आएगा यह सब लग्न से ही देखा जाता है। चंद्र कुंडली से गोचर का विचार किया जाता है। लेकिन लग्न कुंडली जब हम देखते हैं, तो धन भाव और आय भाव का विचार लग्न कुंडली से ही करेंगे और उसके जो कारक है वह गुरु हैं। वह भी उसका विचार भी धन भाव से लग्न कुंडली से ही किया जाता है।
वृश्चिक लग्न में ऐसे कौन से कॉम्बिनेशन हैं जो बाजार के लिए अच्छे हैं। ऐसे कौन से कॉम्बिनेशन है जो बाजार के लिए अच्छे नहीं है? कौन से लोगों को बाजार में निवेश करना चाहिए या ट्रेड करना चाहिए? सबसे पहला और इंपॉर्टेंट प्लनेट है आपका मून। मून आपके मन का कारक होता है। मून से ही आप जो है वह ड्रिवल होते हो। आपका मन मून से ही चलता है। ग्रीड एंड फियर दोनों मून से ही आएगा आपकी कुंडली में। यदि कुंडली में मून की पोजीशन चेंज है या मून की पोजीशन खराब है तो आपको बाजार में ट्रेड नहीं करना चाहिए। इंट्राडे ट्रेड स्पेकुलेटिव ट्रेड या आप कह लीजिए फ्यूचर एंड ऑप्शन बिटकॉइन या एमसीएक्स में काम यदि आप करते हैं, तो आपका चंद्रमा बहुत मजबूत होना चाहिए। सेबी कहता है कि 90% लोग जो है वह फ्यूचर से पैसा गवा कर निकलते हैं और यही कारण होता है कि लोग पोजीशन जल्दबाजी में काटते हैं या प्रॉफिट तरीके से बुक नहीं कर पाते क्योंकि मून की स्थिति खराब होती है। अब आपको कैसे पता लगेगा कि मून आपकी कुंडली में खराब है या ठीक है? तो नंगी आंख से यदि आप अपनी कुंडली देखते हैं, तो बताया जा सकता है कि आपकी कुंडली में मून की पोजीशन ठीक है या ख़राब है। जो लोग एस्ट्रोलॉजी समझते हैं, वह इसको इज़िली समझ जाएंगे। यदि आपका मून मान लीजिए वृश्चिक लग्न की पत्रिका है। आपका मून यदि वृश्चिक राशि में ही पड़ा हुआ है। यह एक पैरामीटर है और आपका सूर्य पड़ा हुआ है 12वें भाव में तुला राशि में तो आपका चंद्रमा कमजोर हो जाएगा।
यदि तुला राशि में नहीं है सूर्य धनु राशि में भी है तो भी आपका चंद्रमा कमजोर हो जाएगा। यदि आपका मून कन्या राशि में है तो भी मून अह सॉरी सूर्य आपका कन्या राशि में है तो भी आपका चंद्रमा कमजोर हो जाएगा। यदि आपका सूर्य मकर राशि में है तो भी आपका जो है वो सूर्य कमजोर चंद्रमा कमजोर उठेगा। उसका रीज़न यह है कि चंद्रमा से सूर्य ज्यादा से ज्यादा तीसरे भाव में जाएगा। तो तीसरे भाव में जाएगा तो ज्यादा से ज्यादा 60-70 डिग्री दूर जाएगा। तो ऐसी स्थिति में आपका चंद्रमा वीक हो जाता है। जब हम दो बड़े निवेशकों की कुंडली की चर्चा करते हैं या उनको देखते हैं। अह वारेन बफेरी की कुंडली हम देखते हैं तो चंद्रमा और सूर्य का डिस्टेंस 99° है उनकी कुंडली में। बाकी पैरामीटर भी हैं। लेकिन यह एक पैरामीटर जो कॉमन निकलता है राकेश झुंझुनवाला में और वारेन बफे में। राकेश झुंझुनवाला जी की कुंडली में सूर्य और चंद्रमा का डिस्टेंस 130° का है। तो कम से कम 100° 90 डिग्री के आसपास का चंद्रमा यदि आप आपका है तो आपका चंद्रमा मजबूत लगता है। अदरवाइज़ चंद्रमा यदि सूर्य के क्लोज है तो चंद्रमा आपका वीक हो जाता है। उसको क्षीण चंद्रमा बोलते हैं। तो सबसे पहले तो नंगी आंख से यह चेक कर सकते हैं। चंद्रमा कहीं पर भी पड़ा हो।
मान लीजिए आठ लग्न की पत्रिका है। सिंह राशि का चंद्रमा पड़ा है दश दशम भाव में। यदि आपका सूर्य पड़ा हुआ है दो में यानी कि सप्तम भाव में वृश्चिक राशि में पड़ा है। वृषभ राशि में पड़ा है तो आपका सूर्य जो है चंद्रमा जो है वो मजबूत हो जाएगा। मान लीजिए सूर्य आपका 11 राशि में यानी कि कुंभ राशि में पड़ा है और सूर्य चंद्रमा आपका सिंह राशि में ही है तो भी आपका चंद्रमा मजबूत हो जाएगा। क्योंकि ये आमने-सामने वाली स्थिति है। यह पूर्णिमा के आसपास की स्थिति हो जाएगी। तो यहां पर मजबूती कैसे देखेंगे? सूर्य चंद्रमा से सूर्य तीन घर कम से कम ज्यादा चार कम से कम चार घर आगे होना चाहिए। यदि चार घर आगे है तो आपका चंद्रमा ठीक हो जाएगा। चंद्रमा कहीं पर भी पड़ा हो। तो यह तो एक पैरामीटर हो गया। यह मन का कारक है कि ट्रेड लेंगे निकल जाएंगे अच्छे तरीके से या फसेंगे नहीं वहां पर। यह मन से डिसीजन आप लेंगे। लेकिन क्या सिर्फ इतना ही काफी है? आय भाव की स्थिति क्या है? धन भाव की स्थिति क्या है? दोनों के कारक गुरु की स्थिति क्या है? पंचम की स्थिति क्या है? पंचम के कारक गुरु की स्थिति क्या है? यह भी देखते हैं।
मान लीजिए अब आठ लग्न की पत्रिका है यानी कि वृश्चिक लग्न की ही पत्रिका है तो आय भाव का स्वामी यहां पर बुध बन जाएगा और धन भाव का स्वामी गुरु बन जाएगा क्योंकि धनु राशि यहां पर दूसरे भाव में आ जाएगी। तो यदि आपकी कुंडली में बुध और गुरु की स्थिति भी ठीक है तो आपके लिए बाजार अच्छा है। वैसे भी आप सामान्य जीवन में भी धन कमा लेंगे क्योंकि आय भाव और धन भाव दोनों के स्वामी पॉजिटिव हो जाएंगे। यहां पर पॉजिटिव ग्रह हैं। यदि यह ग्रह दोनों पीड़ित हो गए। मान लीजिए बुध जो है वह सूर्य के बिल्कुल करीबा के अस्त हो गए और गुरु राहु केतु के प्रभाव में आ गए या शनि के प्रभाव में आ गए मंगल के प्रभाव में आ गए दो पाप ग्रहों के प्रभाव में यदि बुध और गुरु हैं आपकी कुंडली में यहां पर मैं आपको एक प्लेसमेंट लगा के दिखा देता हूं कुंडली पे मान लीजिए आपका बुध बहुत अच्छा है बुध है आपका दशम में पड़ा हुआ है सूर्य साथ है सूर्य साथ है लेकिन मंगल सप्तम में पड़ा है तो यहां पर सूर्य भी इसको पीड़ित कर देगा मंगल चौथी दृष्टि से पीड़ित कर देगा तो यह आपके लिए अच्छा नहीं है यह आय भाव का स्वामी है और आय भाव के स्वामी का इतना पीड़ित हो जाना अच्छा नहीं है। सूर्य के साथ बुध है दशम में नॉर्मली साथ होता है सूर्य के। मंगल की दृष्टि चौथी पड़ रही है और शनि या राहु की दृष्टि पड़ रही है सामने फोर्थ हाउस से तो यह खराब बुध है। यहां पर आपके लिए इनकम वैसे ही निकालना बड़ा मुश्किल हो जाएगा। ट्रेड की तो बात ही छोड़िए। यदि आपका गुरु पीड़ित हो गया।
मान लीजिए गुरु आपका धन भाव का स्वामी है। यह आय भाव का कारक भी होता है। पंचम का कारक भी होता है। जो ईजी गेन का भाव होता है। मान लीजिए आपका गुरु पीड़ित हो गया। गुरु अष्टम में आ गया। 12 में आपका राहु पड़ा है। राहु के ऊपर गुरु गुरु के ऊपर राहु की दृष्टि पड़ेगी और शनि आपके धन स्थान में पड़ा है। तो यहां पर क्या स्थिति हो जाएगी? गुरु शनि से पीड़ित हो जाएगा। गुरु अष्टम में आकर पीड़ित हो जाएगा और गुरु के ऊपर राहु का प्रभाव आ जाएगा। आय भाव का स्वामी भी पीड़ित हो गया। धन भाव का स्वामी भी पीड़ित हो गया। तो यह स्थिति हो जाएगी बाजार में काम ना करने वाली। क्योंकि आय भाव पीड़ित, धन भाव पीड़ित, चंद्रमा पीड़ित तो निश्चित तौर पर बाजार में आपको फायदा नहीं मिलेगा। अब 12वां भाव स्पेकुलेशन का भाव होता है। यह बहुत इंपॉर्टेंट भाव है। जो लोग फ्यूचर में काम करते हैं, जो लोग निफ्टी फ्यूचर में काम करते हैं, स्टॉक इंडेक्स में काम करते, स्टॉक फ्यूचर में काम करते हैं, बिटकॉइन में काम करते हैं, क्रिप्टो में काम करते हैं, एमसीएक्स में काम करते हैं। यदि 12वां भाव आपका खराब है तो आपको बाजार में नहीं आना चाहिए। अब इसको कैसे चेक करेंगे? 12वें भाव में यदि शनि बैठा है। मान लीजिए यहां पर मंगल ही बैठा है, शनि नहीं बैठा और शनि आपका दशम में बैठा है। तो मंगल शनि को देख लेगा। शनि शनि जो है वो तीसरी दृष्टि से मंगल को देख लेगा। तो ये दो पाप ग्रहों के प्रभाव में आ जाएगा। मान लीजिए शनि बैठा है 12व भाव में और मंगल आपका पंचम में है या छठे में है। दोनों स्थितियों में आपके शनि के ऊपर दृष्टि जाएगी मंगल की। यदि इसके साथ ही राहु भी फोर्थ हाउस में आ जाए और राहु भी शनि को दृष्टि दे। मंगल शनि को दृष्टि दे। शनि वहां पर ऑलरेडी बैठे हुए हैं। तो क्या होगा? 12वां भाव तीन पाप ग्रहों के प्रभाव में आ जाएगा। यह स्थिति भी आपके लिए ट्रेड के लिए अच्छी नहीं है। खासतौर पर जो स्पेकुलेटिव ट्रेड करते हैं तो 12वां भाव यदि पीड़ित हो जाएगा तो भी स्थिति अच्छी नहीं है। पंचम देखेंगे पंचम भी आपका पीड़ित नहीं होना चाहिए। पंचम से इजी गेन आता है। उस भाव का कारक गुरु होता है।
मान लीजिए पंचम आपका मंगल बैठे हुए हैं। राहु आपके नाइंथ बैठे हुए हैं। तो क्या होगा कि राहु की दृष्टि पंचम के ऊपर आ गई। मंगल वहां पर ऑलरेडी विराजमान है। तो उस स्थिति में पंचम आपका पीड़ित हो जाएगा। तो कम से कम दो-तीन पैरामीटर अच्छे होने चाहिए कुंडली में बाजार में ट्रेड करने के लिए। चंद्रमा अच्छा होना चाहिए। गुरु आपका जरूर अच्छा होना चाहिए। बुध ट्रेड का कारक है वह अच्छा होना चाहिए। यहां पर आए भाव का स्वामी भी है आपके लिए। तो यदि यह स्थिति है आपकी कुंडली में तो आपको ट्रेड करना चाहिए। यदि यह स्थिति नहीं है तो फिर आपको इंट्राडे में स्पेकुलेटिव ट्रेड में नहीं आना चाहिए। अब यह स्थिति कैसे चेक करेंगे? मान लीजिए आपका बुध 11वें भाव में ही पड़ा है और गुरु आपका पंचम में आ गया तो होगा क्या? धन भाव का स्वामी पंचम में बैठकर गुरु को देखेगा यानी कि आय बुध को देखेगा यानी कि आय भाव के स्वामी को देखेगा आय भाव को भी देखेगा तो यह स्थिति एक अच्छी हो गई यहां पर चीजें जो है वो काम कर जाएंगी चंद्रमा मैंने आपको पहले ही बता दिया केंद्र में यदि चंद्रमा है सूर्य के सामने है तो चीजें ज्यादा बेटर हो जाएंगी तो ये ये एक स्थिति हो जाएगी जहां पर आपको पैसा बन सकता है बाजार में अब यहां पर यदि आपका वीनस भी इन्वॉल्व हो जाए वीनस वैसे तो सप्तम का स्वामी है लेकिन सप्तम दशम का दशम होता है वीनस सप्तम का स्वामी होने के साथ-साथ अमेंस मनी जो अब असीम धन आता है, जो अपार धन आता है, वह उसका कारक होता है।
मान लीजिए शुक्र भी आ गया 11व भाव में और बुध, शुक्र और गुरु तीनों ही पॉजिटिव प्लांट है। तीनों ही एक दूसरे को देख रहे हैं, तो इवेंचुअली आपको पैसा बन जाएगा बाजार में। प्रोवाइडेड आपका चंद्रमा ठीक हो। तो, यह कॉम्बिनेशन एक ऐसा कॉम्बिनेशन होगा जहां पर आप मार्केट में से बहुत सारा धन कमा सकते हैं। अदरवाइज जो मैंने पहले कॉम्बिनेशन बताए हैं, यदि वैसे कॉम्बिनेशन आपके चार्ट में है, तो आपको बाजार से दूर रहना चाहिए। बाजार में ज़्यादा कॉल नहीं लेनी चाहिए। बहुत ज़्यादा कॉल ले लेते हैं लोग। 20 दिन का ट्रेड अह ट्रेड होता है। 21 दिन का ट्रेड होता है मार्केट में महीने में। तो सबको यह खुजली होती रहती है कि आज ट्रेड लेके ही हटेंगे। ट्रेड बनता है चाहे नहीं बनता। जबरदस्ती घुसेंगे। ऐसी स्थिति आपकी चंद्रमा के कारण होती है। तो आपको अपना चंद्रमा जरूर देखना चाहिए। यदि चंद्रमा की स्थिति ठीक नहीं है। मान लीजिए आप आज का दिन है जैसे तो यदि आपका चंद्रमा आपके नेटल चंद्रमा से आपकी लग्न कुंडली के चंद्रमा से चौथे आठवें 12वें में है तो भी ट्रेड मत लीजिए तो भी वह नुकसान करवा के निकलेगा।
नरेश कुमार
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