Edited By Niyati Bhandari,Updated: 05 Sep, 2023 09:20 AM
आज बात करेंगे न्याय के देवता शनिदेव के बारे में। शनि वक्री अवस्था से मार्गी अवस्था में आ रहे हैं। ये वक्र अवस्था खत्म होगी 4 नवंबर को। शनि 17 जून को वक्री हुए
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Shani Margi 2023-24: आज बात करेंगे न्याय के देवता शनिदेव के बारे में। शनि वक्री अवस्था से मार्गी अवस्था में आ रहे हैं। ये वक्र अवस्था खत्म होगी 4 नवंबर को। शनि 17 जून को वक्री हुए थे और ये 4 नवंबर को मार्गी हो जाएंगे। ये मार्गी अवस्था अगले साल 30 जून तक रहेगी। ये अवस्था सूर्य की चाल के ऊपर डिपेंड करती है। मंगल, शनि और गुरु ये आउटर सर्किल के प्लेनेट हैं। शुक्र और बुध सूर्य के करीब रहते हैं। वक्री अवस्था में कोई भी ग्रह बहुत तेजी से फल करता है। शनि दसवें और ग्याहरवें भाव के स्वामी होते हैं। शनि सबके लिए बुरे नहीं होते। जिन राशियों के ऊपर शनि की साढ़े साती होती है सिर्फ उनको ही दुष्प्रभाव देखने को मिलेगा। तो चलिए बात करते हैं पहली राशि वृष के बारे में।
Effect of Shani Margi on Taurus वृषभ राशि पर शनि मार्गी का प्रभाव
वृष राशि के लिए शनि दसवें भाव से गोचर करेंगे। दसवें भाव से शनि का गोचर शुभ नहीं होता। कालपुरुष की कुंडली में शनि की मकर राशि दसवें भाव में आएगी। शनि जिस भाव में बैठते हैं उस भाव को मजबूत कर देते हैं। ये गोचर सबके लिए अशुभ नहीं है। अगर शनि देव ने अष्टवर्ग में 1 या 2 पॉइंट्स दिए हुए हैं तो मतलब शनि का गोचर आपके लिए शुभ नहीं है।
शनि दशम भाव में गोचर करेंगे। सबसे पहले दृष्टि जाएगी बारहवें भाव के ऊपर। इस भाव को अशुभ माना जाता है। अचानक से खर्चें देखने को मिलेंगे। समय सही रहेगा लेकिन खर्चों में बढ़ोतरी संभव है। अगर कोई प्रॉपर्टी या मकान खरीदना चाहते हैं तो उसमें थोड़ी देरी देखने को मिलेगी। जांच-पड़ताल के साथ ही कोई काम करें। मां की सेहत को लेकर चिंता रहेगी। पार्टनर के साथ किसी बात को लेकर अनबन हो सकती है। वृष राशि के लिए शनि योगा कारक ग्रह होते हैं। योगा कारक ग्रह यदि अपनी महादशा में आ जाएं तो आपको इसके बढ़िया रिजल्ट देखने को मिलेंगे। भाग्य का साथ भी मिलेगा, ये तभी होगा तब शनि की महादशा या अंतर्दशा चल रही हो। शनिदेव के मंत्रों का जाप करें। काली उड़द की दाल मंदिर में दान करें।
नरेश कुमार
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