Edited By Niyati Bhandari,Updated: 16 Sep, 2023 09:59 AM
आज बात करेंगे न्याय के देवता शनिदेव के बारे में। शनि वक्री अवस्था से मार्गी अवस्था में आ रहे हैं। ये वक्र अवस्था खत्म होगी 4 नवंबर को। शनि 17 जून को वक्री हुए थे और ये 4 नवंबर
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Shani Margi 2023-24: आज बात करेंगे न्याय के देवता शनिदेव के बारे में। शनि वक्री अवस्था से मार्गी अवस्था में आ रहे हैं। ये वक्र अवस्था खत्म होगी 4 नवंबर को। शनि 17 जून को वक्री हुए थे और ये 4 नवंबर को मार्गी हो जाएंगे। ये मार्गी अवस्था अगले साल 30 जून तक रहेगी। ये अवस्था सूर्य की चाल के ऊपर डिपेंड करती है। मंगल, शनि और गुरु ये आउटर सर्किल के प्लेनेट हैं। शुक्र और बुध सूर्य के करीब रहते हैं। वक्री अवस्था में कोई भी ग्रह बहुत तेजी से फल करता है। शनि दसवें और ग्याहरवें भाव के स्वामी होते हैं। शनि सबके लिए बुरे नहीं होते। जिन राशियों के ऊपर शनि की साढ़ेसाती होती है, सिर्फ उनको ही दुष्प्रभाव देखने को मिलेगा। तो चलिए बात करते हैं मीन राशि के बारे में।
Effect of Shani Margi on Pisces मीन राशि पर शनि मार्गी का प्रभाव
मीन राशि के जातकों के लिए शनि नुकसानदेह नहीं होते साढ़े साती में। मीन राशि जलतत्व की राशि है, शनि इसको नुकसान नहीं पहुचांते हैं लेकिन शनि की दृष्टि हमेशा नुकसान करती है। यदि शनि की दशा चल रही है तो बारहवें भाव के फल जरूर करेंगे। ये खर्चें, मोक्ष और अनिद्रा का भाव है। शनि जब बारहवें भाव में बैठते हैं तो तीसरी दृष्टि के साथ दूसरे भाव को देखते हैं। दूसरा भाव धन भाव है। इस वजह से धन में थोड़ी सी कमी देखने को मिल सकती है। इसके अलावा परिवार में भी कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। आंखों से संबंधित कोई समस्या भी आ सकती है। शनि जब बारहवें भाव में बैठते हैं तो छठे भाव को देखते हैं। इसका मतलब अगर सेहत से जुड़ी कोई समस्या है तो उसको हल्के में न लें।
किसी की गरंटी न लें नहीं तो परेशानी का सामना करना पड़ेगा। बेवजह की लड़ाई-झगड़ो में न पड़ें। एक दृष्टि पड़ेगी नौवें स्थान के ऊपर। भाग्य के फलों में कमी हो सकती है। काम थोड़ा लेट हो जाएगा। ड्राइविंग करते समय सावधानी बरतें।
इन उपायों को जरूर करें :
शनि मंत्र: ॐ शं शनैश्चराय नमः
शनिवार के दिन किसी भी काली वस्तु का दान कर सकते हैं। ध्यान रखें कि दान हमेशा संकल्प लेकर शाम के समय ही करें।
नरेश कुमार
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