Edited By Jyoti,Updated: 21 Aug, 2019 04:14 PM
यूं तो भगवान विष्णु के कुल 24 अवतार हैं लेकिन जो अवतार हम सबका मन भावन है वो है उनका देवकी की कोख से लिया श्री कृष्ण स्वरूप। इनके इस अवतार का बाल स्वरूप तो इतना मनमोहक है कि हर कोई इनके इस रूप को देखकर इसमें खो जाता है।
ये नहीं देखा तो क्या देखा (VIDEO)
यूं तो भगवान विष्णु के कुल 24 अवतार हैं लेकिन जो अवतार हम सबका मन भावन है वो है उनका देवकी की कोख से लिया श्री कृष्ण स्वरूप। इनके इस अवतार का बाल स्वरूप तो इतना मनमोहक है कि हर कोई इनके इस रूप को देखकर इसमें खो जाता है। कृष्ण भक्त न केवल भारत देश में ही नहीं बल्कि विदेशों में ही हैं जो कृष्ण भक्ति में इतने मग्न होते हैं कि उनको देख एक मिनट के लिए हिंदू धर्म का कोई व्यक्ति भी सोच में पड़ जाता है कि भला इस कदर कोई प्रभु भक्ति नें लीन कैसे हो सकता है। अरे अब ऐसा हो भी क्यों न श्री कृष्ण की भक्ति में रस ही इतना है कि जो इंसान इसमें एक बार डूब जाता है वो जिंदगी के सब ऐशो-आराम भूल इसी को अपनी दौलत मान लेता है।
तो एक कारण है इनके द्वारा दिए गए ऐसे उपदेश जो व्यक्ति के कठिन से कठिन जीवन को सरल बना सकते हैं। उन्होंने अपने इस अवतार के द्वारा जितने भी कार्य किए वो आज के समय में भी भक्तों के लिए जीवन संदेश का काम करते हैं।
बल्कि कहा जाता है न केवल उनके जीवन से जुड़े उदाहरण, वरन उनसे जुड़े मंत्र भी भक्तों के लिए बेहद सहायक होते हैं। तो चलिए आज आज हम आपको श्रीकृष्ण से जुड़े कुछ ऐसे ही मंत्र बताने जा रहे हैं जिनके जाप से जीवन में धन-संपदा और सौन्दर्य की प्राप्ति होती है।
बता दें श्रीकृष्ण के इन मंत्रों से लाभ पाने के लिए प्रातःकाल नित्यक्रिया व स्नानादि के पश्चात एक 108 बार इनका उच्चारण करना चाहिए।
“कृं कृष्णाय नमः”
इस मंत्र का प्रयोग अटका हुआ धन प्राप्त करने के लिए और घर-परिवार में सुख समृद्ध पाने के लिए किया जाता है।
“ऊं श्रीं नमः श्रीकृष्णाय परिपूर्णतमाय स्वाहा”
कहा जाता है ये कोई साधारण मंत्र नहीं है, इसे श्रीकृष्ण का सप्तदशाक्षर महामंत्र कहा जाता है। कुछ विद्वानों के अनुसार केवल 108 बार जाप करने से ही ये मंत्र सिद्ध हो जाते हैं मगर इस महामंत्र का पांच लाख जाप करने से ही सिद्ध होता है।
“गोवल्लभाय स्वाहा”
देखने में यह केवल दो शब्द दिखाई दे रहे हैं लेकिन धार्मिक संदर्भ से देखें तो इन शब्दों को बनाने के लिए प्रयोग में आए सात अक्षर बेहद महत्वपूर्ण हैं
“गोकुल नाथाय नमः”
इस आठ अक्षरों वाले श्री कृष्ण मंत्र का जो भी साधक जाप करता है उसकी सभी इच्छाएं व अभिलाषाएं पूर्ण होती हैं।
“क्लीं ग्लौं क्लीं श्यामलांगाय नमः
इस मंत्र का उपयोग आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिए व संपूर्ण सिद्धियों की प्राप्ति के लिए किया जाता है।
“ॐ नमो भगवते श्रीगोविन्दाय”
यह ऐसा मंत्र है जो विवाह से जुड़ा है। जो जातक प्रेम विवाह करना चाहते हैं लेकिन किन्हीं कारणों से हो न हो रहा तो वे प्रात: काल में स्नान के बाद ध्यानपूर्वक इस मंत्र का 108 बार जाप करें।