Edited By Niyati Bhandari,Updated: 19 Jul, 2025 02:14 PM

Hariyali Amavasya 2025: 24 जुलाई को भोले बाबा के प्रिय सावन महीने की अमावस्या तिथि है। इसे हरियाली अमावस्या, सावन अमावस्या और कुछ स्थानों पर चितलगी अमावस्या भी कहा जाता है। सावन में वर्षा की रिमझिम फुहारों के साथ धरती पर हरा सोना यानी हरियाली की...
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Hariyali Amavasya 2025: 24 जुलाई को भोले बाबा के प्रिय सावन महीने की अमावस्या तिथि है। इसे हरियाली अमावस्या, सावन अमावस्या और कुछ स्थानों पर चितलगी अमावस्या भी कहा जाता है। सावन में वर्षा की रिमझिम फुहारों के साथ धरती पर हरा सोना यानी हरियाली की खूबसूरती चारों और फैल जाती है। हरियाली अमावस्या का प्रकृति से गहरा संबंध है। शास्त्र कहते हैं हर व्यक्ति को श्रावण अमावस्या के दिन कम से कम एक पौधा अवश्य लगाना चाहिए। घर में पेड़-पौधे लगाने से हरियाली आती है और परिवार स्वस्थ व खुशहाल रहता है। जाने-अनजाने कई बार लगाए गए पेड़-पौधे नकारात्मकता बढ़ाने लगते हैं और सकारात्मकता लुप्त होने लगती है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि नादानी में आप पेड़-पौधों के रूप में वास्तु दोष को खुला निमंत्रण दे देते हैं। तो आइए जानें वास्तु दोष से कैसे बचें-

घर की पूर्व दिशा में पीपल का पेड़ लगाने से भय और निर्धनता आती है लेकिन अगर बरगद का पेड़ हो तो समस्त मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
घर की दक्षिण दिशा में पाकड़ और कांटेदार पेड़ होने से घर में रोग पनपते हैं। वहीं अगर गूलर का पेड़ लगाया जाए तो शुभ फलदायक होता है ।

घर के पिछवाड़े या दक्षिण की ओर फलदार वृक्ष शुभ होते हैं ।

घर के उत्तर में गूलर और नींबू का पेड़ होने से आंखों संबंधित बीमारियां होती हैं।

पूर्व और उत्तर दिशा में फलदार पेड़ लगाने से संतान पीड़ा अथवा बुद्धि नाश होता है।

तुलसी का पौधा घर की पूर्व या उत्तर दिशा में लगाएं । घर के दक्षिण में तुलसी का पौधा कठोर यातना देता है ।
